देशभर के विभिन्न शहरों में 4 मई 2025 को नीट यूजी परीक्षा का आयोजन हुआ था। प्रोविजनल आन्सर-की जारी हो चुकी है। अब लाखों उम्मीदवारों को अंतिम उत्तर कुंजी और रिजल्ट का इंतजार है। जिसकी घोषणा 14 जून को हो सकती है। कई छात्रों को यह समझ नहीं आता है अंक बराबर होने पर टॉपर्स या रैंक (NEET UG 2025 Result) कैसे निर्धारित किया जाएगा? बता दें इस साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने टाई-ब्रेकिंग नियम बदले हैं। जिसकी जानकारी कैंडीडेट्स को होनी चाहिए।
एनटीए ऑल इंडिया रैंक या मेरिट लिस्ट योग्यता या पात्रता मानदंडों और अन्य नियमों के आधार पर तैयार करता है। कभी-कभी दो या इससे छात्रों को समान अंक प्राप्त होते हैं। जिसके लिए अलग मानदंडों का पालन किया जाता है। टाई-ब्रेकिंग का प्रोसेस पिछले साल जैसा ही होगा। बस बायोलॉजी, केमिस्ट्री, फिजिक्स, सभी सेक्शन के अंक और विषयवार गलतियों के आधार पर टॉपर्स या रैंक निर्धारित होगा। लेकिन यदि इसके बाद भी टाई बनी रहती है तो इसे निपटाने की जिम्मेदारी एक स्वतंत्र एक्सपर्ट कमिटी की होगी। पिछले वर्ष तक समिति को इसमें शामिल नहीं किया गया था।

ये है टाई-ब्रेकिंग प्रोसेस का स्टेप
- बायोलॉजी में प्राप्त स्कोर या परसेंटाइल को वरीयता दी जाएगी
- केमिस्ट्री में प्राप्त अंक को देखा जाएगा
- फिजिक्स में प्राप्त अंक
- सभी सेक्शन के गलत और सही उत्तर की संख्या
- बायोलॉजी में दिए गए गलत रिस्पांस को देखा जाएगा
- केमिस्ट्री में की गई गलतियां
- फिजिक्स में गलत और सही उत्तर
- जरूरत पड़ने पर एक्सपर्ट कमेटी द्वारा इसका निपटान किया जाएगा
जान लें मार्किंग स्कीम
नीट यूजी कुल 720 अंकों की होती है। बहुविकल्पीय प्रश्नों की संख्या 180 होती है। प्रत्येक प्रश्न में चार विकल्प शामिल होते हैं। केवल एक ऑप्शन ही सही होता है। इसके लिए उम्मीदवारों को 3 घंटे का समय दिया जाता है। बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी) से संबंधित 90 प्रश्न पूछे जाते हैं। वहीं फिजिक्स और केमिस्ट्री से 45-45 प्रश्न इसमें शामिल होते हैं। सही उत्तर पर चार अंक मिलते हैं। गलत उत्तर पर एक अंक की कटौती होती है। अनुत्तरित प्रश्न के लिए जीरो अंक का प्रावधान होता है।