अगर आप डिस्टेंस या ऑनलाइन कोर्स में प्रवेश लेने का विचार कर रहे हैं, तो विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) द्वारा हाल ही में किए गए बदलावों के बारे में जानकारी रखना आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हो जाता है। दरअसल हाल ही में UGC ने ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग (ODL) और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की प्रवेश प्रक्रिया में अहम संशोधन किए हैं।
जानकारी के अनुसार इन नए निर्देशों का मुख्य उद्देश्य छात्रों को धोखाधड़ी से बचाना और केवल मान्यता प्राप्त संस्थानों में प्रवेश सुनिश्चित करना है। इस खबर में हम आपको नए नियमों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं
दरअसल UGC द्वारा लागू किए गए नए नियमों का मुख्य मकसद यह है कि छात्र सिर्फ मान्यता प्राप्त और विश्वसनीय ODL और ऑनलाइन कोर्सों में ही दाखिला लें। पहले UGC को कई शिकायतें मिली थीं, जिनमें छात्रों ने अवैध और गैर-मान्यता प्राप्त संस्थानों के कोर्सों में दाखिला लेकर अपने भविष्य को खतरे में डाला था। इन संस्थानों ने छात्रों को धोखा देकर उनके शैक्षिक करियर को नुकसान पहुंचाया था। इस समस्या से निपटने के लिए UGC ने प्रवेश प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए यह कदम उठाया है।
DEB-ID प्राप्त करना अनिवार्य होगा
वहीं नए नियमों के अनुसार, ODL और ऑनलाइन कोर्स में प्रवेश पाने वाले छात्रों के लिए एक यूनिक DEB-ID प्राप्त करना अनिवार्य होगा। यह आईडी छात्रों को डिस्टेंस एजुकेशन ब्यूरो (UGC-DEB) के वेब पोर्टल (deb.ugc.ac.in और deb.ugc.ac.in/StudentDebId) पर पंजीकरण करने के बाद दी जाएगी। इस प्रक्रिया के तहत छात्रों को पहले अपने एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट (ABC-ID) के साथ पंजीकरण करना होगा।
यूनिक DEB-ID केवल भारतीय छात्रों के लिए अनिवार्य है, जबकि विदेशी छात्रों को इससे मुक्त रखा गया है। यह आईडी जीवनभर मान्य रहेगी और भविष्य में मान्यता प्राप्त ODL/ऑनलाइन कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवश्यक होगी। UGC के चेयरमैन एम. जगदीश कुमार ने कहा कि इस नई प्रक्रिया से एडमिशन में पारदर्शिता बढ़ेगी और छात्रों को सही संस्थान चुनने में मदद मिलेगी। नए नियम सितंबर 2024 से लागू होंगे।