छत्तीसगढ़ की खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता से काम कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने महासमुंद जिले की नवोदित तीरंदाज नवलीन कौर को आगामी राष्ट्रीय खेलों में स्थान बनाने पर बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नवलीन जैसी प्रतिभाएं छत्तीसगढ़ के भविष्य की नींव हैं, और सरकार उन्हें हर स्तर पर बेहतर मंच और संसाधन उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है।
हार नहीं मानी
महासमुंद जिले के बागबाहरा की रहने वाली नवलीन कौर का जन्म गर्भावस्था के सातवें महीने में हुआ था। जन्म के बाद के वर्षों में उन्हें कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आस-पड़ोस और रिश्तेदार अक्सर उनकी तबीयत को लेकर सवाल पूछते थे। लेकिन नवलीन ने अपनी परेशानियों को कमजोरी की बजाय ताकत में बदला और खेल को अपना जीवन-मार्ग बना लिया।
बिहाझर बालाश्रम से शुरू हुआ सफर
साल 2018 में नवलीन ने बिहाझर बालाश्रम में तीरंदाजी की ट्रेनिंग शुरू की। वे महासमुंद जिले की पहली महिला तीरंदाज बनीं। स्कूली शिक्षा के दौरान उन्होंने दो बार राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में मेडल जीते, वहीं एक बार राष्ट्रीय स्तर की स्पर्धा में चौथा स्थान भी हासिल किया। वर्ष 2023 में गुजरात में आयोजित एफजीएफआई राष्ट्रीय तीरंदाजी प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व किया और राज्य स्तरीय सीनियर मुकाबले में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
देश का प्रतिनिधित्व करने का सपना
नवलीन का अगला लक्ष्य अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के लिए पदक जीतना है। इसके लिए उन्होंने कंपाउंड बो से तैयारी शुरू कर दी है। उनके परिजनों ने उन्हें आधुनिक कंपाउंड धनुष उपलब्ध कराया है। हाल ही में उन्होंने सिटी ओपन तीरंदाजी प्रतियोगिता में कंपाउंड राउंड बालिका वर्ग में प्रथम स्थान हासिल किया है। वर्तमान में वे कोच एवन साहू और खेल अधिकारी मनोज धृतलहरे से तीरंदाजी के गुर सीख रही हैं।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने नवलीन की तारीफ करते हुए कहा कि क्रिकेट की लोकप्रियता के इस दौर में अगर कोई खिलाड़ी तीरंदाजी जैसे विशिष्ट खेल में कड़ी मेहनत कर प्रदेश और देश के लिए मेडल लाने की दिशा में काम कर रहा है। तो यह न केवल सराहनीय है बल्कि प्रेरणास्पद भी। उन्होंने आगे कहा कि नवलीन जैसी प्रतिभाएं यह संदेश देती हैं कि प्रतिबद्धता, अभ्यास और आत्मविश्वास के बल पर कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।





