आज बुधवार को बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और समीपवर्ती उत्तर-पश्चिम में कम दबाव का क्षेत्र बनने के प्रभाव से पूरे प्रदेश में वर्षा की गतिविधि में वृद्धि होने की संभावना है।अगले 5 दिनों तक दक्षिण छत्तीसगढ़ में एक-दो बार भारी वर्षा होने की संभावना है। 48 घंटों में एक-दो स्थानों पर बहुत भारी वर्षा होने के भी आसार है।रायपुर में आकाश आंशिक मेघमय रहने तथा गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 33 डिग्री सेल्सियस और 26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
- राजनांदगांव, रायपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ , बिलासपुर, कोरबा, जशपुर, गौरेला-पेंड्रा -मरवाही, दुर्ग, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया, बलरामपुर में मेघगर्जन / आकाशीय बिजली / अचानक तेज हवा (30-40 KMPH) के साथ मध्यम वर्षा की संभावना है
- उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगांव, गरियाबंद, महासमुंद, रायपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ , कोरबा, जशपुर, दुर्ग, सरगुजा, कोरिया, बलरामपुर में मध्यम वर्षा।
वर्तमान में सक्रिय है कई मौसम प्रणालियां
- औसत समुद्र तल पर मानसून द्रोणिका भटिंडा, पटियाला, देहरादून से होकर गुजर रही है और वहां से पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर हिमालय की तलहटी के करीब अरुणाचल प्रदेश तक जा रही है। दक्षिण बिहार से उत्तर ओडिशा तक समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक एक द्रोणिका रेखा बनी हुई है। बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
- बुधवार को बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य और उससे सटे उत्तर-पश्चिम में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने और अगले 48 घंटों के दौरान यह और भी अधिक स्पष्ट हो जाने की संभावना है।बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर चक्रवाती परिसंचरण से लेकर पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के पार उत्तर आंतरिक कर्नाटक पर चक्रवाती परिसंचरण तक समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर पूर्व-पश्चिम द्रोणिका बनी हुई है।इसके असर से 2 से 3 दिन प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम, एक-दो स्थानों पर भारी से अति भारी वर्षा तथा मेघगर्जन के साथ वज्रपात होने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ में 1 जून से 12 अगस्त तक 675.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज
- छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 675.0 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बलरामपुर जिले में सर्वाधिक 1136.8 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 340.4 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।
- रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 610.8 मि.मी., बलौदाबाजार में 558.5 मि.मी., गरियाबंद में 561.4 मि.मी., महासमुंद में 563.6 मि.मी. और धमतरी में 540.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
- बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 700.6 मि.मी., मुंगेली में 709.4 मि.मी., रायगढ़ मंे 845.4 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 878.1 मि.मी., कोरबा में 737.3 मि.मी., गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 654.0 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 607.8 मि.मी., सक्ती में 746.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
- दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 529.8 मि.मी., कबीरधाम में 503.1 मि.मी., राजनांदगांव में 572.7 मि.मी., बालोद में 640.1 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 825.3 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 473.5 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
- सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 525.5 मि.मी., सूरजपुर में 847.9 मि.मी., जशपुर में 764.2 मि.मी., कोरिया में 788.7 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 732.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
- बस्तर संभाग में बस्तर जिले में 806.9 मि.मी., कोंडागांव में 539.9 मि.मी., नारायणपुर में 715.6 मि.मी., बीजापुर में 836.3 मि.मी., सुकमा में 546.2 मि.मी., कांकेर में 699.2 मि.मी., दंतेवाड़ा में 738.8 मि.मी. और औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।





