उत्तरी बंगाल की खाड़ी पर बने कम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव के चलते छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में 26 जुलाई तक बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होने की संभावना है। खास करके अगले 2 दिनों में उत्तर व दक्षिण छत्तीसगढ़ में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ एक-दो स्थानों पर सीमांत भारी वर्षा होने की संभावना है। रायपुर में भी आकाश सामान्यतः मेघमय रहने के साथ एक-दो बार वर्षा होने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 30°C और 25°C के आसपास रह सकता है।
आज शुक्रवार को इन जिलों में बारिश का अलर्ट
- उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, गरियाबांद, महासमुंद, रायपुर, बलौदा बाजार, रायगढ़ , जशपुर, दुर्ग, बेमेतरा, सरगुजा, सूरजपुर, बलरामपुर में मेघगर्जन/ आकाशीय बिजली/ अचानक तेज हवा (30-40 KMPH) के साथ वर्षा।
- सुकमा, बीजापुर, दक्षिण बस्तर दांतेवाडा, बस्तर , नारायणपुर, कोंडागाांव, उत्तर बस्तर कांकेर, धमतरी, बालोद, राजनांदगाांव, गरियाबांद, महासमुंद, रायपुर, बलौदा बाजार, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ ,बिलासपर, कोरबा, जशपर, गौरेला-पेंड्रा -मरवाही, दुर्ग, बेमेतरा, सरगुजा, सूरजपुर, कोरिया में मेघगर्जन/ आकाशीय बिजली/ अचानक तेज हवा (30-40 KMPH) के साथ वर्षा।
वर्तमान में सक्रिय है चक्रवाती परिसंचरण और कम दबाव का क्षेत्र
- एक निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में बना हुआ है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊँचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। मानसून द्रोणिका औसत समुद्र तल पर श्री गंगानगर से हरदोई, पटना, दीघा होते हुए उत्तरी बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों पर बने निम्न दबाव क्षेत्र के केंद्र तक जा रही है।
- एक द्रोणिका विदर्भ से लेकर दक्षिण छग होते हुए उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़े चक्रवाती परिसंचरण तक औसत समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर बनी हुई है। इन मौसम प्रणालियों के असर से 2-4 दिनोंतक प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर मेघगर्जन, वज्रपात और हल्की से मध्यम वर्षा के साथ कुछ जगहों पर भारी से सीमांत भारी वर्षा तथा होने की संभावना है।
छत्तीसगढ़ में 1 जून से 24 जुलाई तक 500.4 MM वर्षा
- छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 500.4 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बलरामपुर जिले में सर्वाधिक 783.4 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 271.7 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है।
- राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार सरगुजा में 376.0 मि.मी., सूरजपुर में 613.6 मि.मी., जशपुर में 594.1 मि.मी., कोरिया में 559.0 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 541.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
- रायपुर जिले में 480.1 मि.मी., बलौदाबाजार में 461.9 मि.मी., गरियाबंद में 412.8 मि.मी., महासमुंद में 420.8 मि.मी. और धमतरी में 417.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है।
- बिलासपुर में 555.3 मि.मी., मुंगेली में 587.8 मि.मी., रायगढ़ में 633.5 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 465.0 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 716.2 मि.मी., सक्ती में 620.6 मि.मी., कोरबा में 557.9 मि.मी. और गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 523.0 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड हुई है।
- दुर्ग जिले में 404.9 मि.मी., कबीरधाम में 389.1 मि.मी., राजनांदगांव में 423.0 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़-चौकी में 605.9 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 363.7 मि.मी., बालोद में 497.5 मि.मी. और बस्तर जिले में 597.3 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड हुई है।
- कोंडागांव में 353.6 मि.मी., कांकेर में 450.5 मि.मी., नारायणपुर में 397.7 मि.मी., दंतेवाड़ा में 467.8 मि.मी., सुकमा में 363.4 मि.मी. और बीजापुर में 608.1 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।






