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Sat, Dec 20, 2025

सावन के तीसरे सोमवार भोरमदेव में गूंजा भक्ति का स्वर, सीएम साय ने की पुष्पवर्षा, बोले- गर्व का विषय है शिवभक्तों से जुड़ना

Written by:Saurabh Singh
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सीएम ने बाबा भोरमदेव मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक कर प्रदेश की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। इस मौके पर दोनों उपमुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी मौजूद रहे।
सावन के तीसरे सोमवार भोरमदेव में गूंजा भक्ति का स्वर, सीएम साय ने की पुष्पवर्षा, बोले- गर्व का विषय है शिवभक्तों से जुड़ना

छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में सावन मास के तीसरे सोमवार को भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत संगम देखने को मिला। भोरमदेव मंदिर परिसर शिवभक्तों की जयकारों और आस्था के स्वरों से गूंज उठा। इस मौके पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हेलीकॉप्टर से हजारों कांवड़ियों और श्रद्धालुओं पर पुष्पवर्षा कर उनका भव्य स्वागत किया।

यह लगातार दूसरा साल है जब सीएम साय खुद पुष्पवर्षा कर भक्तों का अभिनंदन कर रहे हैं। पुष्पवर्षा के बाद सीएम ने बाबा भोरमदेव मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और रुद्राभिषेक कर प्रदेश की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। इस मौके पर दोनों उपमुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी मौजूद रहे।

शिवभक्तों से जुड़ना गर्व की बात

मुख्यमंत्री ने मंदिर परिसर में मौजूद कांवड़ियों और श्रद्धालुओं से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने कहा—

‘‘सावन के तीसरे सोमवार को बाबा भोरमदेव की पावन धरती पर शिवभक्तों के साथ जुड़ना मेरे लिए सौभाग्य और गर्व की बात है। हजारों श्रद्धालु सैकड़ों किलोमीटर की पदयात्रा कर यहां पहुंचे हैं, ये हमारी आस्था और परंपरा की जीवंत मिसाल है।’’

विधायक का हुआ सम्मान

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अमरकंटक से 151 किमी पदयात्रा कर भोरमदेव मंदिर में जलाभिषेक करने वाली पंडरिया विधायक भावना बोहरा को भगवा वस्त्र और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि श्रद्धा और सेवा का यह भाव अनुकरणीय है।

भोरमदेव कॉरिडोर को मिले 146 करोड़

सीएम साय ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत भोरमदेव कॉरिडोर के विकास के लिए 146 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी मिली है। इसके तहत मंदिर परिसर के साथ मड़वा महल, छेरकी महल, रामचुवा और सरोदा जलाशय तक का क्षेत्र धार्मिक और पर्यटन कॉरिडोर के रूप में विकसित होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि अमरकंटक जाने वाले छत्तीसगढ़ के श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मध्यप्रदेश के अनूपपुर में 5 एकड़ जमीन पर एक भव्य श्रद्धालु भवन का निर्माण प्रस्तावित है।

ऐतिहासिक धरोहर है भोरमदेव मंदिर

ग्राम चौरा में स्थित यह भोरमदेव मंदिर 11वीं सदी का है और ऐतिहासिक, धार्मिक व पुरातात्विक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। श्रावण मास में यहां कबीरधाम, बेमेतरा, मुंगेली, राजनांदगांव से लेकर अमरकंटक (मप्र) तक से हजारों शिवभक्त पदयात्रा कर जलाभिषेक करने आते हैं। मुख्यमंत्री ने सभी श्रद्धालुओं को सावन की शुभकामनाएं दीं और कहा कि इस अवसर पर हेलीकॉप्टर से की गई पुष्पवर्षा इसे और भी खास बना गई।