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Thu, Dec 18, 2025

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ आंदोलन तेज, मजबूती देने के लिए सचिन पायलट भी हो सकते है शामिल

Written by:Saurabh Singh
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बिलासपुर में कांग्रेस की जनसभा से पहले ही सियासी तापमान चढ़ चुका है। कांग्रेस इस प्रदर्शन को लोकतंत्र की रक्षा के लिए निर्णायक कदम बता रही है, वहीं बीजेपी इसे खोखला मुद्दा करार दे रही है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ आंदोलन तेज, मजबूती देने के लिए सचिन पायलट भी हो सकते है शामिल

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मंगलवार को कांग्रेस ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ अभियान के तहत विशाल प्रदर्शन आयोजित करने जा रही है। कांग्रेस इस आंदोलन को भारतीय लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई करार दे रही है, जबकि बीजेपी इसे महज भ्रम फैलाने वाला प्रचार बता रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के नेतृत्व में यह जनसभा होगी, जिसमें प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगे। यह प्रदर्शन बीजेपी सरकार पर वोट चोरी और लोकतंत्र में अनियमितताओं के आरोपों को लेकर जनता की आवाज बुलंद करने का प्रयास है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने दावा किया कि ‘वोट चोर, गद्दी छोड़’ अभियान के तहत बिलासपुर में होने वाली जनसभा के माध्यम से बीजेपी सरकार की कथित अनियमितताओं और वोट चोरी के खिलाफ जनता का गुस्सा व्यक्त किया जाएगा। इस सभा में कांग्रेस अपनी पूरी ताकत के साथ बीजेपी पर हमलावर होने की तैयारी में है। बैज ने कहा कि यह आंदोलन लोकतंत्र को बचाने और जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए है। इस प्रदर्शन में भारी संख्या में कार्यकर्ताओं और समर्थकों के शामिल होने की उम्मीद है।

बीजेपी का पलटवार

बीजेपी ने कांग्रेस के इस अभियान को खारिज करते हुए इसे बेबुनियाद और भ्रामक करार दिया। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि जनता अच्छी तरह जानती है कि वोट चोरी का कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वे कभी पोलिंग या काउंटिंग एजेंट नहीं रहे, इसलिए उन्हें मतदान प्रक्रिया की बारीकियों का ज्ञान नहीं है। शर्मा ने यह भी सवाल उठाया कि यदि कांग्रेस मतदाता सूची में गड़बड़ी की बात करती है, तो बिहार में सुधार के प्रयासों का विरोध क्यों कर रही है।

सियासी माहौल गरम, नजरें जनसभा पर

बिलासपुर में कांग्रेस की जनसभा से पहले ही सियासी तापमान चढ़ चुका है। कांग्रेस इस प्रदर्शन को लोकतंत्र की रक्षा के लिए निर्णायक कदम बता रही है, वहीं बीजेपी इसे खोखला मुद्दा करार दे रही है। मंगलवार को होने वाली इस सभा में कांग्रेस अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करेगी, जबकि बीजेपी इसे जनता के बीच भ्रामक प्रचार साबित करने की रणनीति पर काम कर रही है। इस प्रदर्शन के परिणाम और इसके सियासी निहितार्थ पर सभी की नजरें टिकी हैं।