छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के अध्यक्ष और बीजेपी नेता भूपेंद्र सवन्नी पर वेंडर्स ने कमीशन मांगने का गंभीर आरोप लगाया है। वेंडर्स ने आरोप लगाया है कि काम के बदले उनसे 3 फीसदी कमीशन मांगा जा रहा है। इस संबंध में शिकायत सीधे मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेजी गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई इस शिकायत को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है।
वेंडर्स का आरोप
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि भूपेंद्र सवन्नी अपने निजी सहायक के माध्यम से कमीशन की डिमांड करते हैं। आरोप है कि अगर कमीशन नहीं दिया जाता तो वेंडर्स को ब्लैकलिस्ट करने की धमकी दी जाती है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए शिकायत पत्र के अनुसार, यह एक संगठित भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।
कांग्रेस का हमला
इस मामले पर कांग्रेस ने सरकार पर जोरदार हमला बोला है। कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा,
“भ्रष्टाचार पर जीरो टोलरेंस की बात करने वाली सरकार आखिर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है? क्या मुख्यमंत्री जी का भी इसमें हिस्सा फिक्स है?”
कांग्रेस ने इसे “चंदा दो, धंधा लो” भाजपा की नीति करार देते हुए सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं।
बीजेपी का पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व विधायक और बीजेपी प्रवक्ता रंजना साहू ने कहा कि कांग्रेस की आदत है “झूठ बोलो, जोर से बोलो और बार-बार बोलो।” उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस अब फर्जी शिकायतों का सहारा लेकर जनता को गुमराह करने में लगी है। रंजना साहू ने कहा कि क्रेडा की रजिस्टर्ड ठेकेदारों की संस्था ने इस शिकायत को झूठा करार दिया है।
बीजेपी प्रवक्ता ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी शिकायतें बार-बार करवाई जाती हैं जिनमें शिकायतकर्ता का नाम, फोन नंबर या पता तक नहीं होता। बाद में जांच में यह शिकायतें फर्जी पाई जाती हैं। कांग्रेस अब फर्जी शिकायतें फैलाकर सुर्खियां बटोरने की कोशिश कर रही है।
क्या है आगे की कार्रवाई?
सरकार की ओर से इस मामले में फिलहाल कोई औपचारिक जांच का ऐलान नहीं किया गया है। हालांकि वायरल हो रही चिट्ठी और कांग्रेस के हमलों से राजनीतिक तापमान चढ़ा हुआ है। इस पूरे प्रकरण पर नज़र बनाए हुए हैं, आने वाले दिनों में सत्तापक्ष और विपक्ष की बयानबाज़ी और तेज़ हो सकती है।





