कोंडागांव जिले ने एक बार फिर राष्ट्रीय पटल पर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है। नीति आयोग द्वारा संचालित आकांक्षी जिला एवं विकासखंड कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कोंडागांव को “गोल्ड मेडल” से सम्मानित किया गया है। जिले के माकड़ी विकासखंड ने भी सभी छह सूचकांकों में शत-प्रतिशत उपलब्धि दर्ज कर यह गौरव हासिल किया है।
इस खास मौके पर राजधानी रायपुर में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कोंडागांव जिले और माकड़ी ब्लॉक को यह प्रतिष्ठित सम्मान प्रदान किया। समारोह में कोंडागांव की कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना और जिला पंचायत सीईओ अविनाश भोई ने हिस्सा लिया।
हर मोर्चे पर कामयाबी
कोंडागांव जिले ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, आधारभूत संरचना और वित्तीय समावेशन जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 100% लक्ष्य प्राप्त किया। जिले की बड़ी उपलब्धियों में शामिल हैं-
- गर्भवती महिलाओं की पूरी ANC जांच
- 9 से 11 माह के बच्चों का पूर्ण टीकाकरण
- पोषण आहार की शत-प्रतिशत आपूर्ति
- सभी स्कूलों का विद्युतीकरण
- स्कूली बच्चों को समय पर किताबों का वितरण
- मृदा स्वास्थ्य कार्ड का व्यापक वितरण
शानदार परफॉर्मेंस
कोंडागांव जिले का माकड़ी ब्लॉक भी किसी से पीछे नहीं रहा। इस ब्लॉक ने ANC जांच, शुगर और बीपी की जांच, पोषण आहार वितरण, मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण और महिला समूहों को रिवॉल्विंग फंड देने जैसे सभी छह प्रमुख सूचकांकों में पूर्ण प्रदर्शन किया है।
कलेक्टर ने टीम को दिया श्रेय
जिले की कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना ने इस सफलता का श्रेय जिले की पूरी टीम को दिया। उन्होंने कहा,
“यह सम्मान सभी विभागों, मितानिन बहनों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और ग्राम स्तर पर काम करने वाले कर्मचारियों की मेहनत का नतीजा है। यह टीमवर्क का सच्चा उदाहरण है।”
क्या है आकांक्षी जिला कार्यक्रम?
नीति आयोग का यह कार्यक्रम देश के 112 पिछड़े जिलों में चलाया जा रहा है। वहीं, आकांक्षी विकासखंड कार्यक्रम 500 ब्लॉकों को कवर करता है। इनका उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक रूप से पिछड़े क्षेत्रों में तेज़ और समावेशी विकास सुनिश्चित करना है। कोंडागांव की यह उपलब्धि इस लक्ष्य को साकार करने की दिशा में एक प्रेरणादायक मिसाल है।





