छत्तीसगढ़ के बस्तर लोकसभा सांसद महेश कश्यप ने बुधवार को अपने परिवार के साथ संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी को विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरे में शामिल होने का निमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री ने इस निमंत्रण को स्वीकार करते हुए कहा कि वे समय निकालकर बस्तर दशहरे में शामिल होने का प्रयास करेंगे। सांसद कश्यप ने पीएम को स्मृति चिन्ह भेंट कर बस्तर में केंद्र सरकार के विकास कार्यों के लिए आभार व्यक्त किया।
सांसद महेश कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बस्तर जैसे आदिवासी बहुल क्षेत्र, जो लंबे समय तक नक्सलवाद से प्रभावित रहा, अब शांति और विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने बताया कि माओवादी हिंसा और अशिक्षा जैसी समस्याओं को खत्म करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, और 2026 तक बस्तर को पूरी तरह नक्सलवाद मुक्त बनाने की कार्ययोजना पर काम हो रहा है। कश्यप ने कहा कि पीएम मोदी द्वारा बस्तर का बार-बार उल्लेख करना क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है, जो दर्शाता है कि यह क्षेत्र उनके हृदय के बेहद करीब है।
केंद्र सरकार के कार्यों की सराहना
महेश कश्यप ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटाने और अयोध्या में श्रीराम मंदिर के निर्माण को ऐतिहासिक कदम बताया, जिन्होंने भारत को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाई। उन्होंने कहा कि इन कदमों ने भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जनन दिया है। सांसद ने बस्तर में केंद्र सरकार के विकास कार्यों, विशेष रूप से सड़क और रेल परियोजनाओं, के लिए भी पीएम का आभार जताया।
‘जनजाति गौरव कॉरिडोर’ का प्रस्ताव
सांसद कश्यप ने बताया कि आजादी के 78 वर्षों बाद बस्तर को चार नई रेल लाइनों की सौगात मिली है, जिससे क्षेत्र देश की मुख्यधारा से तेजी से जुड़ रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि इन रेल परियोजनाओं का नाम ‘जनजाति गौरव कॉरिडोर’ रखा जाए। साथ ही, उन्होंने पीएम मोदी से बस्तर आकर इन परियोजनाओं का शुभारंभ करने का निवेदन किया, ताकि यह क्षण बस्तर की जनता के लिए ऐतिहासिक बन सके।





