राजनांदगांव में प्रदेश एनएचएम स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल 16वें दिन मंगलवार को भी जारी रही। कर्मचारी अपनी 10 सूत्री मांगों, जिसमें नियमितीकरण और वेतन वृद्धि शामिल हैं, को लेकर कलेक्ट्रेट के सामने फ्लाईओवर के नीचे धरना दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने अनोखे अंदाज में विरोध जताते हुए चुनरी यात्रा निकाली, जो धरना स्थल से शुरू होकर मां पाताल भैरवी मंदिर पर समाप्त हुई। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो हड़ताल और उग्र प्रदर्शन जारी रहेगा।
प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष डॉ. किरण गायकवाड़ ने बताया कि यह हड़ताल पूरे प्रदेश में चल रही है। राजनांदगांव में कर्मचारी प्रतिदिन नए तरीकों से प्रदर्शन कर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचा रहे हैं। इससे पहले हवन-यज्ञ और मुंडन जैसे अनोखे विरोध प्रदर्शन किए गए। उन्होंने कहा कि कर्मचारी अपनी मांगों के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, हड़ताल जारी रहेगी।
हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर
गरियाबंद जिले में भी एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल 18 अगस्त से जारी है। मंगलवार को हड़ताली कर्मचारियों ने भगवान भूतेश्वरनाथ महादेव की पूजा-अर्चना कर अपनी मांगों के जल्द पूरा होने की प्रार्थना की। कर्मचारियों ने अनोखे प्रदर्शन के जरिए सरकार का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की। पूरे प्रदेश में एकजुटता के साथ चल रही इस हड़ताल से स्वास्थ्य सेवाओं पर भी असर पड़ रहा है।
सरकार का ध्यान नहीं तो सख्त कदम उठाने को मजबूर
एनएचएम स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने सरकार से शीघ्र वार्ता कर मांगों को पूरा करने की अपील की है। कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मांगें जायज हैं और लंबे समय से लंबित हैं। यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती, तो वे और सख्त कदम उठाने को मजबूर होंगे। प्रदेश भर में चल रही इस हड़ताल का प्रभाव स्वास्थ्य सेवाओं पर दिखाई दे रहा है, जिससे आम जनता को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।





