मंगलवार को नवा रायपुर के सर्किट हाउस में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में यूनिफाइड कमांड की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। इस बैठक में नक्सल विरोधी अभियानों की प्रगति और राज्य में चल रहे विकास कार्यों पर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अरुण देव गौतम, अपर मुख्य सचिव गृह मनोज कुमार पिंगुआ, मुख्यमंत्री के सचिव राहुल भगत सहित सीआरपीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ, एसएसबी, सीआईएसएफ, भारतीय वायुसेना और छत्तीसगढ़ पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे।
छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त करने की दिशा में सुरक्षा बलों ने कई नए बेस कैंप स्थापित किए हैं, जहां से नक्सल गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बारिश के मौसम में भी फोर्स लगातार सर्चिंग अभियान चला रही है और नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। इन अभियानों के परिणामस्वरूप कई नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं, जबकि कई को गिरफ्तार किया जा रहा है। यह रणनीति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश को नक्सल मुक्त करने का संकल्प
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ सहित पूरे देश को नक्सल मुक्त करने का संकल्प लिया है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों को तेज किया गया है। नए बेस कैंप और सघन सर्चिंग ऑपरेशन नक्सलियों पर दबाव बढ़ा रहे हैं, जिससे उनकी गतिविधियों में कमी आ रही है। राज्य सरकार और सुरक्षा बल इस दिशा में समन्वित रूप से कार्य कर रहे हैं।
साय सरकार का लक्ष्य
बैठक में नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को गति देने पर भी जोर दिया गया। साय सरकार का लक्ष्य है कि नक्सलवाद के खात्मे के साथ-साथ इन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का विकास हो, ताकि स्थानीय लोगों का जीवन स्तर सुधरे। यह कदम नक्सल प्रभाव को कम करने और शांति स्थापित करने में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।





