भोपाल डेस्क रिपोर्ट।भोपाल के भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड बीएचईएल कारखाने में काम करने वाले भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। इसके चलते स्थानीय विधायक ने प्रशासन से मांग की है कि इसे कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया जाए।
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भोपाल ही नहीं बल्कि प्रदेश के सबसे बड़े औद्योगिक इकाई बीएचईएल यानी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड में लगभग 8000 लोग कार्य करते हैं। इस में काम करने वाले कर्मचारी-अधिकारी शहर के विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं। इसके अधीन एक अस्पताल कस्तूरबा है जिसमें वर्तमान में कोविड पीङितो की भारी भीड़ है। कर्मचारी-अधिकारियों के साथ उनके परिवार भी कोरोना की चपेट मे आ रहे हैं। इसके चलते स्थानीय विधायक कृष्णा गौर ने कलेक्टर अविनाश लवानिया को पत्र लिखकर मांग की है कि कोविड आपदा के चलते कुछ दिनों के लिए इस कारखाने को बंद कर दिया जाए।
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दरअसल कोरोना संक्रमण के बावजूद बीएचईएल प्रबंधन इस कारखाने को चालू रखे हुए हैं। कृष्णा ने अपने पत्र में लिखा है कि इस बीमारी के चलते अब तक कारखाने में कार्यरत कर्मचारी-अधिकारी या उनके परिजनों सहित लगभग एक दर्जन लोग दिवंगत हो चुके हैं जिनमें आधा दर्जन युवा हैं। कृष्णा ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि यदि कारखाने को तत्काल बंद नहीं किया गया तो स्थिति भयावह हो जाएगी और इसलिए जिला प्रशासन को इस में तत्काल हस्तक्षेप करने की जरूरत है। कृष्णा ने अपने पत्र में कलेक्टर से अनुरोध किया है कि वे अपनी शक्तियों और अधिकारियों का प्रयोग करते हुए कारखाने को अविलंब बंद करने के लिए आदेश दें। कारखाने के आसपास के इलाके में ही कर्मचारी-अधिकारियों के निवास बने हुए हैं और उसके आसपास कई कॉलोनियों में भी अधिकारी- कर्मचारी व उनके परिवार निवास करते हैं।