भोपाल डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश कैबिनेट के सबसे सीनियर मंत्री का एक विज्ञापन चर्चा का विषय बन गया है। इस विज्ञापन में उन्होंने अपनी विधानसभा क्षेत्र में शुरू किए गए कोविड केयर सेंटर में स्नातकोत्तर डॉक्टर के पद का उल्लेख करते हुए उसे वेतन सहित सभी सुविधाएं देने की पेशकश की है।
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प्रदेश के सबसे सीनियर कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव ने अपनी फेसबुक पर एक विज्ञापन दिया है। इस विज्ञापन में उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र गढ़ाकोटा में शुरू किए गए कोविड केयर सेन्टर के लिए एक एमडी मेडिसिन डॉक्टर की भर्ती की बात कही है। सबसे बड़ी बात यह है कि किसी भी सुपर स्पेशलिटी निजी अस्पताल से बेहतर सुविधाएं देने का वादा इस विज्ञापन में किया गया है। इसमें दो लाख रू मासिक वेतन, लग्जरी गाड़ी ,भोजन व सर्व सुविधा युक्त निवास की पेशकश मंत्री जी ने की है। दरअसल मंत्री जी ने अपने विधानसभा क्षेत्र में 50 बिस्तर का मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल शुरू किया है जिसमें तीन सितारा होटल जैसी सुविधाएं देते हुए 50 कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज की व्यवस्था की गई है। इस अस्पताल में टेलीविजन, म्यूजिक सिस्टम, बेहतरीन साफ-सफाई, मरीज व उसके परिजनों के लिए शानदार भोजन जैसी व्यवस्थाएं हैं। इतना ही नहीं सीटी स्कैन तक निशुल्क है और मरीज से किसी भी तरह के इलाज का कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। मंत्री गोपाल भार्गव ने यह कोविड केयर सेंटर निजी प्रयासों से शुरू किया है और इसमें स्थानीय समाजसेवियों का भी सहयोग लिया जा रहा है।
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कैबिनेट मंत्री गोपाल भार्गव के इस प्रयास की लोगों ने जमकर सराहना की है। फेसबुक पर उनको धन्यवाद देते हुए लोग लिख रहे हैं कि इस कोरोना काल में वह बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए भगवान के अवतार के रूप में सामने आए हैं। लोगों ने यह भी लिखा है कि सेवा तो आपकी रग रग में बसी है लेकिन अब आपके इस प्रयास में हम लोगों को एक आशा की किरण दिखाई है। हालांकि कांग्रेस मंत्री जी के इस प्रयास पर तंज कहमस रही है। कांग्रेस प्रवक्ता सैयद जाफर ने लिखा है कि “मंत्री जी इसे कहते हैं नेकी कर और सरकार को आईना दिखा। आपका यह प्रयास निश्चित रूप से काबिले तारीफ है लेकिन यह बताता है कि आपको अपनी 16 साल पुरानी सरकार की नाकामी की कितनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ रही है।” राजनीति से इतर मंत्री जी का यह प्रयास अपने आप में सराहनीय है और उन नेताओं के लिए अनुकरणीय भी जो विधायक निधि से पैसा देकर यह बताने की कोशिश कर रहे हैं मानो वह पैसा उन्होंने अपनी जेब से दिया हो।