Mon, Dec 29, 2025

MP News: आदिवासी बहुल गांव ने पेश की मिसाल, कर दिखाया 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन

Written by:Atul Saxena
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MP News: आदिवासी बहुल गांव ने पेश की मिसाल, कर दिखाया 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट।  वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर फैली तमाम अफवाहों के बीच मध्यप्रदेश के एक आदिवासी बहुल गांव ने ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है जो ना सिर्फ मिसाल है बल्कि उन लोगों के मुंह पर तमाचा भी है जो सिर्फ राजनीति करने के लिए विरोध करते हैं। गोंड और बैगा आदिवासी (Gond and Baiga Tribals) बहुल गांव जमुई मध्यप्रदेश (MP) की ऐसी पहली ग्राम पंचायत बन गई है जिसमें सभी युवाओं और बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है।

डायरेक्ट्रेट ऑफ़ हेल्थ सर्विसेस मध्यप्रदेश ने अपने अधिकृत ट्विटर पर एक अखबार में छपी खबर को शेयर किया है।  हरिभूमि अखबार की खबर के मुताबिक मध्यप्रदेश के शहडोल जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर बुढ़ार रोड पर स्थित ग्राम पंचायत जमुई (Gram Panchayat Jamui) की जनसंख्या 3180 है जिसमें 18 वर्ष से ऊपर के 1855 व्यक्ति हैं। जमुई में बैगा और गोंड अधिवासियों की संख्या अधिक है। जब जिला प्रशासन ने यहाँ वैक्सीनेशन (Vaccination) के लिए प्रयास किये तो शुरुआत में सफलता नहीं मिली। लोग वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर असमंजस में थे।

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प्रशासन की चिंता और ग्रामीणों के असमंजस को दूर करने का बीड़ा उठाया जमुई के सरपंच भइया लाल बैगा और उप सरपंच मीनू सिंह ने। इन दोनों ने जिला प्रशासन के साथ बैठकर पहले वैक्सीनेशन (Vaccination) को समझा और वो कारण बताये जिनके कारण ग्रामीण वैक्सीनेशन (Vaccination) नहीं करा रहे थे। फिर दोनों ने प्रशासन की टीम के साथ घर घर जाकर दस्तक दी और वैक्सीनेशन (Vaccination) के फायदे बताकर मिशन की तरह कार्य किया और सभी को वैक्सीनेशन (Vaccination) के लिए तैयार किया।

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जानकारी के अनुसार 6 जून से 12 जून तक उप स्वास्थ्य केंद्र जमुई में कोरोना वैक्सीनेशन कैम्प आयोजित किये गए।  इसमें पहले ही दिन से सफलता मिलने लगी।  लोग वैक्सीनेशन के लिए आने लगे।  पहले ही दिन 297 लोगों ने वैक्सीनेशन कराया।  उसके बाद धीरे धीरे 18 साल से ऊपर के सभी युवाओं और बुजुर्गों ने वैक्सीनेशन करा लिया। खास बात ये  कुछ गंभीर बीमार ग्रामीण वैक्सीनेशन से घबरा रहे थे उन्हें भी समझाइश देकर उनका वैक्सीनेशन कराया गया।

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