कांच और वायर के बाद उर्फी जावेद ने बनाई ब्लेड की ड्रेस, बताया इन्ट्रोवर्ट के लिए बेस्ट, देखें वीडियो

Manisha Kumari Pandey
Published on -

मनोरंजन, डेस्क रिपोर्ट। उर्फी जावेद (Urfi Javed) अक्सर अपने स्टाइल और कॉस्ट्यूम्स को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। हाल ही रणवीर सिंह ने कॉफी विद करण सीजन 7 के एक एपिसोड में एक्ट्रेस को स्टाइल आइकॉन कहा था। ऐक्टर के इस बयान के बाद उर्फी जावेद खबरों में बनी रही। वो हमेशा अलग-अलग के एक्सपेरिमेंट अपने कपड़ों के साथ करती रहती हैं। कभी टी-शर्ट से अजीब सी ड्रेस बना डालती हैं तो कभी सिर्फ किताब के पीछे खुद को छुपती नजर आती हैं। उनके इन हरकतों के कारण कई बार वो ट्रोलर का शिकार बन चुकी हैं।

यह भी पढ़े… आखिर ट्रंप के लिए एलन मस्क ने क्यूं कहा कि “उन्हें अब रिटायरमेंट ले लेना चाहिए”

अपने स्टाइल के चक्कर में वो खतरों को भी अपने गले लगाने से नहीं डरती। उन्हें कांच और वायर से बनी ड्रेस में देखा गया है। लेकिन इस बार उन्होंने कुछ अलग कर दिखाया। हाल ही में उर्फी जावेद ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें वो ब्लेड से बनी ड्रेस में खुद को लपेटे नजर आई हैं।

उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, ” मैंने इन्ट्रोवर्ट के लिए परफेक्ट ड्रेस बनाई है। रेज़र कट! यह ड्रेस रेज़र से बनी है। मैं अपनी टीम को मेरी मदद इन अजीब आइडिया में करने के लिए जितना भी शुक्रिया अदा करूँ कम है।” उनके इस पोस्ट पर कमेन्ट में कई लोगों से उनपर प्यार लूटाया है तो कइयों ने उन्हें चेतावनी दी है। एक ने कहा है, “ईद में मत पहनना कोई गले नहीं मिलेगा।” वहीं दूसरे ने कहा “कितनों का कत्ल करने निकली हो।” कुछ लोगों ने उर्फी के इस कदम को खतरनाक बताया है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News