जियो मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल की तारीखों का एलान, देश विदेश की 200 से ज्यादा फिल्मों और शॉर्ट फिल्मों का प्रदर्शन

Shashank Baranwal
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Jio Mami Film Festival 2023: सिनेमा प्रेमियों के लिए जियो मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल की तारीखें तय हो गई है। यह फिल्म फेस्टिवल 27 अक्टूबर से 5 नंवबर तक 10 दिनों तक चलेगा। इस फिल्म फेस्टिवल में देश विदेश की कई फिल्मों और शॉर्ट फिल्मों का प्रदर्शन होगा। मुंबई के आठ जगहों पर इन फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। वहीं फिल्म फेस्टिवल के शुरुआती और समापन के दौरान दिखाने वाली फिल्मों के नाम का फैसला नहीं हो पाया है।

70 देशों की फिल्मों का होगा प्रदर्शन

जियो मामी मुंबई फिल्म फेस्टिवल 2023 में 70 देशों की 250 फिल्मों और शॉर्ट्स फिल्मों की 13 श्रेणियों का प्रदर्शन किया जाएगा। आपको बता दें इन कैटेगरी में आयकॉन्स साउथ एशिया, गाला प्रीमियर साउथ एशिया, मराठी टाकीज, डायमेंशन मुंबई, वर्ल्ड सिनेमा, आफ्टर डार्क, लार्ज शार्ट फिल्म्स, रिस्टोर्ड क्लासिक्स, मामी ट्रिब्यूट, साउथ एशिया प्रतियोगिता, फोकस साउथ एशिया, रेट्रोस्पेक्टिव और रिकैप शामिल हैं।

साउथ एशिया प्रतियोगिता में 14 दक्षिण एशियाई फिल्में शामिल

साउथ एशिया प्रतियोगिता में कई भाषाओं की 14 दक्षिण एशियाई फिल्मों को शामिल किया गया है। इनमें सुमंत भट्ट की मिथ्या फिदेल देवकोटा की द रेड सूटकेस लीसा गाजी की बरिर नाम शहाना आदि फिल्में शामिल है। फोकस दक्षिण एशिया गैर प्रतियोगिता में दक्षिण एशिया की 14 फिल्मों को शामिल किया गया है। इनमें विनोद रावत की पुश्तैनी, करण तेजपाल की स्टोलन, मिलिन धमाडे की माई, वरुण ग्रोवर की ऑल इंडिया रैंक जैसी तमाम फिल्मों को शामिल किया गया है।

मराठी टॉकीज की श्रेणी में आशीष बेंडे की आत्मा पैम्फलेट, क्षितिज जोशी की ढेकुन, परेश मोकाशी की वालवी, रितेश देशमुख की वेड फिल्मों के साथ कई फिल्में शामिल हैं। वहीं गाला प्रीमियर साउथ एशिया में ताहिरा कश्यप की  शर्माजी की बेटी, और रजत कपूर की  एवरीबडी लव्स सोहराब हांडा और अनुराग कश्यप की कैनेडी शामिल है।

आइकॉन्स साउथ एशिया की श्रेणी में विक्रमादित्य मोटवानी की इंडिआज इमरजेंसी, प्रसन्ना विथानगे की पैराडाइज, मोस्टोफा सरवर फारूकी की समथिंग लाइक एन ऑटोबायोग्राफी, आनंद पटवर्धन की वसुधैव कुटुंबकम फिल्में शामिल हैं।

आपको बता दें इसके साथ ही वर्ल्ड सिनेमा कैटैगरी में हिरोकाजु कोरे एडा की मॉन्सटर के साथ तमाम फिल्मों को शामिल किया गया है। वहीं आफ्टर डार्क की श्रेणी में पार्क चान वूक की ओल्डबॉय कॉलिन केनर्स की लेट नाईट विद द डेविल जैसी कई फिल्में शामिल की गई हैं। साथ ही लार्ज शॉर्ट फिल्म्स की श्रेणी में 10 मिनट की कम फिल्मों को जगह दी गई है। इनमें रिशव कपूर की नेक्स्ट प्लीज, दिबाकर बनर्जी की बैडमिंटन  जैसी फिल्मों को शामिल किया गया है। वहीं रिकैप कैटेगरी में प्रसून चटर्जी की दोस्तो जी, पायल कपाड़िया की अ नाइट ऑफ नोइंग नथिंग, अपर्णा सेन की द रेपिस्ट जैसी फिल्में शामिल हैं।

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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