मुंबई, डेस्क रिपोर्ट केंद्र की मोदी सरकार (Modi Government) द्वारा 7th pay commission कर्मचारियों (employees) को बड़े तोहफे दिए जा रहे हैं। राज्य सरकारों ने भी कर्मचारियों के लिए डीए वृद्धि (DA Hike) सहित बोनस (bonus) का ऐलान किया है। वहीं राज्य सरकार द्वारा अब डॉक्टरों (Doctors) के लिए भी बड़ी घोषणा की गई है। दरअसल कोरोना महामारी के दौरान इलाज करने वाले सभी रेजीडेंट डॉक्टरों को 1 लाख 21 हजार देने की घोषणा की गई है।मुख्यमंत्री के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार ने सभी सरकारी और नगरपालिका मेडिकल कॉलेजों में Corona रोगियों का इलाज करने वाले रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए 1,21,000 रुपये की घोषणा की।
ठाकरे ने महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (MARD) के साथ बैठक के बाद यह निर्णय लिया, जो राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों का शीर्ष संघ है। निर्णय के अनुसार सरकारी और नगर निगम के मेडिकल कॉलेजों के साथ-साथ सरकारी आयुर्वेद कॉलेजों के प्रत्येक रेजिडेंट डॉक्टरों को 1,21,000 रुपये दिए जाएंगे। इस बीच डॉ. ज्ञानेश्वर धोबले (केंद्रीय एमएआरडी अध्यक्ष) ने घोषणा के बाद सीएम ठाकरे को धन्यवाद दिया।
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इससे पहले, शुक्रवार को अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने वाले आंदोलनकारी रेजिडेंट डॉक्टरों ने फीस में पूरी तरह से छूट देने की मांग की थी। छात्रावासों के शुल्क के लिए वजीफा से करों की वसूली को रोकने की मांग की थी। जिसके बारे में उनका दावा है कि उनकी हालत खराब है। कर्मचारियों ने महामारी के दौरान प्रदान की गई सेवाओं के लिए जोखिम प्रोत्साहन की भी मांग की थी।
एमएआरडी के एक प्रतिनिधिमंडल ने ठाकरे से मुलाकात की और उन्होंने प्रशासन से एमएआरडी द्वारा की गई मांगों को तुरंत देखने और उपयुक्त समाधान खोजने के लिए कहा था। बैठक के बाद एमएआरडी ने हड़ताल वापस ले ली। डॉ ज्ञानेश्वर धोबले पाटिल ने कहा हमने दोपहर में CM से मुलाकात की। हम जिन मुद्दों का सामना कर रहे हैं, उन पर चर्चा की। उन्होंने हमें आश्वासन दिया है कि हमारी मांगों को एक महीने के भीतर पूरा किया जाएगा।