भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के कर्मचारी (MP Employees) सहित शिक्षकों (MP Teachers) को बड़ा लाभ देने के बाद अब राज्य शासन ने मजदूरों (workers) के हित में बड़ा फैसला सुनाया है। प्रदेश में मछली पालन के बाद झींगा पालन को बढ़ावा देने के लिए अब रोजगार (employment) के साथ लोगों की आय में वृद्धि के लिए भी विकल्प तलाशे जा रहे हैं। साथ ही सरकार ने मजदूरी की राशि में भी वृद्धि की है। इसका लाभ हजारों मजदूरों को मिलेगा। मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इसके लिए बड़ी घोषणा की है।
जल-संसाधन, मछुआ कल्याण और मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि प्रदेश में मछली पालन के साथ झींगा पालन को भी बढ़ावा देने का प्रयास करें। झींगा पालन से रोजगार के साथ लोगों की आय में भी वृद्धि होगी। झींगा पकड़ने के लिए 35 रुपए प्रति किलो मिलने वाली मजदूरी को बढ़ाकर अब 50 रूपये किया जाएगा। इससे झींगा व्यवसाय से जुड़े मजदूरों को लाभ पहुँचेगा।
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मंत्री तुलसी सिलावट मंत्रालय में मध्यप्रदेश मत्स्य महासंघ बोर्ड की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने झींगा पालन को बढ़ावा देने के साथ झींगा पालन की योजना में स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने और योजना का लाभ देने के निर्देश दिए।
मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि मछुआ समाज के लिये चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक पहुँचे। इसके लिये सभी अधिकारी मछुआ समितियों के सदस्यों से संवाद करें और निष्क्रिय समितियों की मान्यता समाप्त की जाए। उन्होंने कहा कि निष्क्रिय समितियों को भंग कर पुनः नई समिति का गठन करें, जिससे मत्स्य उत्पादन से जुड़े लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके।
प्रमुख सचिव =कल्पना श्रीवास्तव ने बताया कि समितियों के बेहतर संचालन के लिए संचालक मंडल को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उनको निष्क्रिय समितियों की जाँच कर भंग करने और नई समिति के गठन के लिए निर्देशित किया गया है। जल्द ही पूरे प्रदेश में निष्क्रिय समितियों की जगह नयी समितियों का गठन कर लिया जाएगा।