नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट देश भर में एक बार फिर से कोरोना केसों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है। दरअसल बीते 24 घंटे में 39,000 से अधिक मामले सामने आए हैं। वही 500 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इस बीच AIIMS के निदेशक रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) का बच्चों के टीकाकरण (vaccination) को लेकर बड़ा बयान सामने आया है। भारत में सितंबर (september) तक बच्चों का टीकाकरण शुरू होने की प्रबल संभावना है।
AIIMS के प्रमुख रणदीप गुलेरिया ने आज सुबह यह बताया कि संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए बच्चों का टीकाकरण एक महत्वपूर्ण कदम होगा। वहीं उन्होंने कहा कि Zydus ने पहले ही परीक्षण पूरी कर ली है और आपातकालीन प्राधिकरण की प्रतीक्षा में है जल्द उसे अनुमति दी जा सकती है। इसके अलावा भारत बायोटेक (Bharat BioNtech) के को वैक्सीन (covaxin) का परीक्षण अगस्त से सितंबर तक समाप्त हो जाएगा, जिसके बाद उसे स्वीकृति मिलते ही बच्चों के वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। साथ ही Pfizer को भी पहले ही एफडीए द्वारा अनुमोदित किया जा चुका है।
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रणदीप गुलेरिया ने उम्मीद जताई है कि बच्चों का टीकाकरण सितंबर तक शुरू किया जा सकता है। जहां तक संक्रमण की चेन को तोड़ने का सवाल है। उन्होंने कहा कि बच्चों में Vaccination की प्रक्रिया शुरू होते ही संक्रमण की चेन को तोड़ने में बड़ा बदलाव दिखेगा।
रणदीप गुलेरिया ने कहा कि सबसे पुरानी चिकित्सा पत्रिकाओं में से एक द लैंसेट द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में एक अध्ययन प्रकाशित किया गया। जिसमें कहा गया था कि 11 से 17 वर्ष के बच्चों के साथ रहने में संक्रमण का खतरा 18 से 30% तक बढ़ जाता है।
ज्ञात हो कि भारत ने अब तक 42 करोड़ से अधिक लोगों को Vaccine की खुराक दी जा चुकी और सरकार का लक्ष्य इस साल के अंत तक सभी वर्गों को टीकाकरण करना है। साथ ही तीसरी लहर (third wave) की प्रबल संभावना को देखते हुए बच्चों के लिए एक वैक्सीन को मंजूरी नहीं दी गई है। जिस पर भारत सहित अन्य देश कार्यरत हैं और जल्द ही इस मामले में बड़ी सफलता हाथ लग सकती है।