भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। उपचुनाव (MP By-election) से पहले संगठन में फेरबदल की प्रक्रिया जारी है। इस बीच MP Congress द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष में बड़ा बदलाव किया गया है। दरअसल मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष की कमान अर्चना जायसवाल (archana jaiswal) को सौंपी गई है। हालांकि इस पद के लिए उज्जैन की नूरी खान (noori khan) और भोपाल की Vibha patel के नाम सामने आ रहे थे लेकिन कांग्रेस हाईकमान (congress high command) ने इंदौर की अर्चना जायसवाल की नियुक्ति महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर की है।
ज्ञात हो कि मांडवी चौहान (mandavi chauhan) की Corona से निधन के बाद से मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष का पद रिक्त था। जिस पर कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग को प्रमुख स्थान देते हुए जयसवाल की नियुक्ति इस पद पर की है। मध्य प्रदेश में उपचुनाव होने हैं। इससे पहले संगठनों द्वारा जातिगत तरीके से वर्गों को साधने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस ने भी अब इसी राह पर चलते हुए सोशल इंजीनियरिंग (social engineering) का फार्मूला अपना लिया है। जिसके बाद कांग्रेस ने पिछड़े वर्ग को संगठन मजबूत स्थान दिया है।
Read More: MP: जहरीली शराब पर सियासत तेज, दिग्विजय ने मांगा आबकारी मंत्री का इस्तीफा
अर्चना जायसवाल को दूसरी बार प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है।दिग्विजय शासनकाल के दौरान उन्हें महिला कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। इससे पहले दिग्विजय गुट से विभा पटेल के नाम सामने आ रहे थे जबकि कमलनाथ उज्जैन की नूरी खान के पक्ष में थे।
वही प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद मिलने के बाद अर्चना जायसवाल ने कहा कि पार्टी ने दूसरी बार भरोसा जताया है। उन्होंने पार्टी आलाकमान का आभार व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने कहा कि जमीनी स्तर पर कांग्रेस को मजबूत किया जाएगा। उन्होंने भरोसा जताया कि 2023 में एक बार फिर से मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
इंदौर के अर्चना जायसवाल ने 2015 में महापौर का चुनाव लड़ा था लेकिन बीजेपी की मालिनी गौर (malini gaur) से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वर्तमान में अर्चना जायसवाल महिला कांग्रेस अध्यक्ष उपाध्यक्ष हैं। जिन्हें अब अध्यक्ष पद पर नियुक्ति दी गई है। अर्चना जायसवाल को महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद शोभा ओझा के कार्यकाल के बाद मिला था। जिसके बाद 2010 से 15 तक उन्होंने प्रदेश महिला कांग्रेस का नेतृत्व किया था।