बिलासपुर, डेस्क रिपोर्ट। राज्य सरकार (state government) ने एक बार फिर अपनी घोषणाओं पर मुहर लगा दी है। दरअसल नगर निगम (municipal Corporation) की ओर से Employees के लिए भेजे गए प्रस्ताव (proposal) पर सीएम ने मुहर लगाई है। इसके बाद निधि और मानदेय की राशि (honorarium hike) में दुगनी रफ़्तार से वृद्धि हुई है। बता दे कि इसके लिए 24 अगस्त 2021 से मांग की जा रही थी। जिसमें मानदेय और निधि में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया था।
वही मानदेय और निधि बढ़ने का सीधा सीधा फायदा महापौर, सभापति और पार्षदों को होगा। जिसके बाद मेयर और पार्षदों की निधि में डेढ़ गुना का इजाफा हुआ है। साथ ही उनके मानदेय में भी दुगनी वृद्धि की गई है। इससे पहले 24 अगस्त 2021 को महापौर सभापति पार्षदों के मानदेय हो निधि में बढ़ोतरी का प्रस्ताव रखा गया था। जिसमें कहा गया था कि पूर्व में निर्धारित पार्षद और मेयर निधि काफी नहीं है। इस मामले में अपर आयुक्त राकेश जयसवाल की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई थी।
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इसके बाद समिति की बैठक में पारित निर्णय को एमआईसी के पास भेजा गया था। 3 फरवरी को निगमायुक्त ने मानदेय और निधि बढ़ाने का प्रस्ताव नगरी प्रशासन विकास विभाग को भेजा था। जिसके बाद अब सीएम भूपेश बघेल द्वारा इन प्रस्तावों पर मुहर लगा दी गई है। इस बार भी महापौर रामचरण यादव का कहना है कि बिलासपुर नगर निगम की ओर से पार्षदों की राशि और मानदेय बढ़ाने के प्रस्ताव नगरी प्रशासन विभाग को भेजा गया था। जिस पर मुहर लगाने के बाद हमारी मांग पूरी कर दी गई है इससे पहले हमारे राशि की दर बेहद कम थी।
बता दें कि इससे पहले महापौर को पुराने मासिक मानदेय के तहत ₹13000 मानदेय और ₹4000 सत्कार भत्ता दिया जाता था वहीं नए मानदेय के मुताबिक उन्हें ₹20000 मानदेय के रूप में जबकि ₹6000 सत्कार भत्ता के रूप में मिलेंगे।इसके अलावा अध्यक्ष को पुराने मासिक मानदेय के तहत ₹11000 मानदेय और ₹2000 सत्कार बता दिया जाता था। जबकि नए मानदेय के तहत 17000 मानदेय और 4000 सत्कार होता दिया जाएगा। वहीं पार्षदों को 7100 मानदेय के जगह पर ₹15000 मानदेय मिलेंगे जबकि पार्षद निधि ₹400000 से बढ़कर ₹10 लाख रूपए कर दी गई है।