लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। हजारों पेंशन भोगियों (pensioners) के लिए अच्छी खबर है। समाज कल्याण विभाग द्वारा परिवार परिचय पत्र में दर्शाई गई डाटा (data) का अस्थाई तौर पर बंद हुए पेंशन को फिर से शुरू किया जाएगा। विभाग (department) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। वहीं खंड स्तर पर कैंप लगाए जाएंगे। जहां लोगों को दस्तावेज (document) जमा कराने होंगे। उसके आधार पर पेंशन योजना की शुरुआत की जाएगी।
राज्य सरकार ने इसके लिए निर्देश दिए हैं। दरअसल विभाग की ओर से वृद्धावस्था दिव्यांग सहित अन्य पेंशन योजनाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है लेकिन कुछ लाभार्थियों को अभी पारिवारिक पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। परिवार पहचान पत्र में दर्शाई गई त्रुटि की वजह से कई पेंशनर्स की पेंशन अस्थाई तौर पर बंद हो गई है। जिसके बाद सरकार का निर्णय लिया गया है कि लाभार्थी के समस्या के निराकरण के लिए खंड स्तर पर कैंप लगाए जाएंगे।
जिन भी लाभार्थी की पेंशन योजना बंद हो गई है। उन्हें पहचान पत्र आधारित बेसहारा पेंशन के पति की मृत्यु का प्रमाण पत्र, पति का 100% दिव्यांग प्रमाण पत्र, तलाक होने पर प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज उपलब्ध कराने होंगे। जिसके बाद उनकी पेंशन योजना में समस्या का समाधान किया जाएगा।
इसके अलावा प्रदेश में निराश्रित महिला पेंशन योजना के अंतर्गत पेंशन पाने वाले करीब 30000 लाभार्थियों की अगली किस्त को रोका जा सकता है। बार-बार निर्देश देने के बावजूद अभी तक 58% लाभार्थियों द्वारा ही आधार प्रमाणीकरण का कार्य पूरा किया गया है।
ऐसी स्थिति में 42% महिलाओं की पेंशन की किस्त रोकी जा सकती है। इससे पहले विभाग ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि आधार प्रमाणीकरण अनिवार्य रूप से करना होगा। इस योजना के तहत लाभार्थी को प्रतिमाह 1000 रुपया का लाभ दिया जा सकता है।
महिला लाभार्थियों द्वारा ऑनलाइन भी आधार प्रमाणीकरण का कार्य पूरा कर सकते हैं। पेंशनर्स को पेंशन वाले खाते का बैंक पासबुक आधार कार्ड और मोबाइल नंबर सहित किसी भी जन सेवा केंद्र, साइबर कैफे और जिला प्रोबेशन कार्यालय में भी जाकर आधार प्रमाणीकरण का कार्य पूरा कराया जा सकता है। सभी पेंशनर्स को निर्देश दिए गए हैं कि 1 सप्ताह के भीतर आधार प्रमाणीकरण का कार्य पूरा करें।