इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। जल-संसाधन, मछुआ कल्याण और मत्स्य विकास मंत्री तुलसीराम सिलावट (Tulsi silawat) ने इंदौर (Indore) से आए बुद्धिजीवियों के प्रतिनिधि मंडल के साथ नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह (Urban Administration Minister Bhupendra Singh) से मुलाकात की। इस मौके पर इंदौर को सर्वश्रेष्ठ शहर के रूप में विकसित करने के संबंध में मास्टर प्लान के संबध में चर्चा की गई। प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने इंदौर के विकास कार्यों को लेकर नगरीय प्रशासन मंत्री को विस्तृत जानकारी दी।
जल-संसाधन मंत्री सिलावट ने बताया कि इंदौर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के सपनों का शहर है। नगर 5 बार से स्वच्छता में लगातार नंबर एक बना हुआ है। यह सब इंदौर के लोगों की जागरूकता का परिणाम है। यहाँ का प्रत्येक निवासी इसकी बेहतरी के बारे में सोचता है और मदद को आगे आकर हाथ बंटाता है। उन्होंने कहा कि इंदौरवासियों की सोच ही इस शहर को देश में अलग पहचान देती है।
मंत्री सिलावट ने कहा कि उन्होंने प्रतिनिधि मंडल के सभी सदस्यों के साथ चर्चा के बाद प्लान को नगरीय प्रशासन मंत्री के समक्ष रखा है। मास्टर प्लान को और बेहतर बनाने की अपील की है। मास्टर प्लान से इंदौर को सामाजिक, आर्थिक, तकनीकी रूप से आगे ले जाया जा सके। नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि वे जल्द ही प्रतिनिधि मंडल के सभी सदस्यों और नगरीय प्रशासन के अधिकारियों के साथ इंदौर में ही मास्टर प्लान पर चर्चा करेंगे। उन्होंने बताया कि इंदौर शहर के विकास के लिए हर जरूरी कार्ययोजना पर कार्य करेंगे। जिससे इंदौर का विकास हो।
प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने बताया कि इंदौर में आने वाले 100 सालों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मास्टर प्लान बनाया गया है। उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान इंदौरवासियों के शिक्षा, व्यवसाय, पर्यटन, स्वच्छता, सुरक्षा और उद्योग को ध्यान में रखकर तैयार किया जाना चाहिए। अजीत सिंह नारंग ने बताया कि मास्टर प्लान को तैयार करने के लिए देश-भर के शिक्षा विशेषज्ञ, तकनीकी विशेषज्ञ, पर्यावरणविद, पत्रकार, समाजसेवी सहित अन्य बुद्धिजीवियों की सहायता लेकर ड्राफ्ट बनाया गया है। यह मास्टर प्लान इंदौर शहर को विकसित करने में अदभुत योगदान दे सकता है।