नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। राज्यसभा में हेलीकॉप्टर हादसे (Helicopter Crash) पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath singh) का बयान सामने आया है। उन्होंने विस्तृत रूप से देश को इस हादसे की जानकारी दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) समेत 13 लोगों की मौत के बारे में संसद में बयान दिया है।
उन्होंने बताया है कि बिपिन रावत ,उनकी पत्नी और उनके अधीनस्थों ने एयरपोर्ट से 11:48 बजे पर उड़ान भरी थी और उड़ान भरने के 20 मिनट बाद 12:08 पर उसका संपर्क एटीएस से टूट गया। हेलीकॉप्टर में सवार 14 में से 13 लोगों की मृत्यु हो गई। स्थानीय लोगों के माध्यम से इस हादसे की सूचना मिली और बचाने के हर संभव प्रयास किए गए लेकिन यह प्रयास नाकाम साबित हुए। वहीँ कैप्टन वरुण सिंह वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल में लाइफ सपोर्ट पर हैं और उनकी जान बचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
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रक्षा मंत्री ने बताया कि सभी पार्थिव शरीरो को आज शाम को दिल्ली लाया जाएगा और पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। रक्षा मंत्री ने बताया कि हेलीकॉप्टर को 12:13 पर वेलिंगटन में उतरना था लेकिन वो लैन्ड करने के 5 मिनट पहले ही क्रैश हो गया।
रक्षा मंत्री ने जानकरी देते हुए बताया कि जनरल बिपिन रावत रक्षा सेवा स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन के निर्धारित दौरे पर थे। वायु सेना के एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर ने सुबह 11:48 बजे सुलूर एयर बेस से उड़ान भरी थी। जिसके दोपहर 12:15 बजे तक वेलिंगटन में उतरने की उम्मीद थी।
वहीँ सुलूर एयर बेस पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल का हेलीकॉप्टर से दोपहर करीब 12:08 बजे संपर्क टूट गया। कुछ स्थानीय लोगों ने कुन्नूर के पास जंगल में आग देखी और उस स्थान पर पहुंचे। सुचना मिलने पर आसपास के स्थानीय प्रशासन से बचाव दल घटनास्थल पर पहुंचे और दुर्घटनास्थल से बचे लोगों को निकालने का प्रयास किया।
मलबे से बरामद सभी लोगों को वेलिंगटन के सैन्य अस्पताल ले जाया गया। जिसमें हेलीकॉप्टर में सवार कुल 14 लोगों में से 13 ने दम तोड़ दिया। मृतकों में CDS Bipin Rawat की पत्नी मधुलिका रावत, रक्षा सलाहकार ब्रिगेडियर लखबिंदर सिंह लिद्दर, लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और नौ अन्य सशस्त्र बल कर्मी शामिल हैं।