भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) ने आदिवासी कलाकारों (tribal artists) के लिए वार्षिक राजा संग्राम शाह सम्मान की घोषणा की है। 5 लाख रुपये नकद सहित पुरस्कार, आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी और मध्य भारत के शासक राजा संग्राम शाह के नाम पर रखा गया है। CM Shivraj रविवार को MP जनजातीय संग्रहालय में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां उन्होंने आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों पर एक गैलरी का उद्घाटन किया।
सीएम शिवराज ने कहा कि यह पुरस्कार आदिवासी कलाकारों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन और आदिवासी कला, गीत और संगीत के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाएगा। बैगा, भील, गोंड, कोरकू, कोल, भारिया, सहेरा सहित राज्य भर से और छत्तीसगढ़ के सात आदिवासी कलाकारों की मंडली ने अपने पारंपरिक नृत्य और गीतों के साथ सीएम शिवराज का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने ढोल भी बजाया और उनके साथ डांस भी किया। उन्होंने कहा कि आदिवासी अपनी सादगी के लिए जाने जाते हैं और शहर के लोग उनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं।
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सीएम शिवराज ने कहा कि भारत माता को बंधनों की जंजीर से मुक्त कराने के लिए आदिवासी योद्धाओं ने वीरतापूर्वक संघर्ष किया है। अफगान शासक दोस्त मोहम्मद खान द्वारा धोखे से अपने राज्य को हड़पने के बाद रानी कमलापति ने अपना सम्मान बचाने के लिए भोपाल की निचली झील में छलांग लगा दी थी।उन्होंने हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति के नाम पर रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। स्टेशन का नाम भोपाल के नवाब के एक भतीजे के नाम पर रखा गया था, जो पाकिस्तान के प्रति वफादार था।
सीएम शिवराज ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस न केवल आदिवासी संस्कृति को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के बारे में है बल्कि आदिवासियों के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षिक सशक्तिकरण के बारे में भी है। “मैं चाहता हूं कि मेरे आदिवासी भतीजे और भतीजी एसपी, कलेक्टर, डॉक्टर, प्रोफेसर, कलाकार और वैज्ञानिक बनें। आपके मामा और मोदी जी आपके साथ हैं।’ इस अवसर पर संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे