देश, डेस्क रिपोर्ट। देश भर में कोरोना के संकट से लड़ने के लिये लोगों को वैक्सीनेशन किया जा रहा है। वहीं अब तीसरी लहर से लड़ने के लिये बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल किया गया है, जिसमें बच्चों पर किये गये ट्रायल के लिए दूसरी डोज देने की प्रक्रिया अगले सप्ताह पूरी हो जाएगी। इससे पहले केंद्र सरकार ने दिल्ली हाई कोर्ट में दायर अपने हलफनामे में कहा था कि 12 से 18 आयु वर्ग के लिए ‘जायडस वैक्सीन’ का परीक्षण पूरा होने के करीब है।
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इस परिक्षण में हर उम्र वर्ग के 175 बच्चे ट्रायल में शामिल किए गए हैं। इसके तहत सबसे पहले 12 से 18 साल की उम्र के बच्चों को टीका दिया गया। इसके बाद छह से 12 साल के बच्चों को टीका लगा। दो से छह साल की उम्र के बच्चों को भी टीके की पहली डोज दी जा चुकी है। अब उन्हें सिर्फ दूसरी डोज देने का काम बाकी है।
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तीसरी लहर से लड़ने की तैयारी
कोरोना की तीसरी लहर आने की आशंका के बीच बच्चों पर कोवैक्सीन के ट्रायल की प्रक्रिया तेजी से आगे ब़़ढ रही है। इसी क्रम में एम्स में ट्रायल में हिस्सा लेने वाले छह से 12 साल की उम्र के बच्चों को भी टीके की दूसरी डोज दे दी गई है। अगले सप्ताह दो से छह साल की उम्र के बच्चों को भी टीके की दूसरी डोज दे दी जाएगी। तब ट्रायल में हिस्सा लेने वाले सभी बच्चों को दूसरी डोज देने की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। लिहाजा अगले माह के अंत तक अंतरिम रिपोर्ट आने की उम्मीद है, जिससे स्पष्ट हो सकेगा कि टीका बच्चों के लिए कितना सुरक्षित है।