जीवनशैली, डेस्क रिपोर्ट। खाना खाने के बाद आप भी अगर खट्टी डकार (acidic burps) से परेशान रहते हैं। तो, इन डकारों के लिए कोई दवा तलाशने की जगह अपने किचन (kitchen) में रखी डिब्बियों को खंगालिए। हेल्थ टिप्स (Health Tips) में आज हम बात करेंगे खट्टी डकारों के बारे में। खट्टी डकारों का इलाज (treatment) आपकी रसोई में रखी डिब्बियों में ही कहीं छिपा हुआ है।
जिसके लिए आपको ज्यादा मशक्कत भी नहीं करनी है। बस डिब्बी खोलकर उसमें रखा सामान निकालना है और उसे चबा जाना है। उसके बाद देखिए असर कैसे चुटकियों में आपको खट्टी डकार से राहत मिलती है। डाइजेशन खराब होने से या ज्यादा मसालेदार चीजें खा लेने से खट्टी डकारें आ सकती हैं। चलिए जानते हैं रसोई में रखी कौन सी चीज इनका सटीक इलाज है।
अजवाइन
अजवाइन तो तकरीबन हर किचन में मौजूद होती है। ये शरीर पर एंटाएसिड की तरह काम करती है। खाना आसानी से हजम करने में भी अहम रोल निभाती है अजवाइन। खट्टी डकार आए तो अजवाइन निकालिए और चबा जाइए। बस इस बात का ध्यान रखें कि आपको तेजी में अजवाइन नहीं चबानी है। बल्कि धीरे धीरे उसे चबाते रहें।
अदरक और नमक
अदरक हमारे डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाता है। अदरक पर थोड़ा नमक बुरक कर चबाने से एसिडिक बाइल जूस से राहत मिलती है। ये पेट के पीएच को भी बैलेंस करता है। आसान भाषा में कुछ यूं समझिए कि अदरक और नमक शरीर के एसिडिक जूसेस को नॉर्मलाइज करते हैं।
पुदीने की पत्तियां
पुदीना डाइजेशन इम्प्रूव करता है। इसलिए पुदीने की गोलियां भी खाई जाती हैं। पुदीना डाइजेशन को बेहतर बनाता है।इसलिए जब भी खट्टी डकारें आएं पुदीने की पत्तियां धोकर खा जाएं और धीरे धीरे चबाते रहें. जल्द राहत मिलेगी।
सौंफ
सौंफ न सिर्फ मुंह का स्वाद बदल देती है बल्कि मूड बूस्टर भी मानी जाती है। मूड को तरोताजा करने वाली सौंफ धीरे धीरे चबा कर खाने से खट्टी डकार से राहत मिलती है।
इलायची
इलायची भी माउथफ्रेशनर की तरह खाई जाती है। जबकि इसमें ऐसे भी गुण मौजूद होते हैं। जो डाइजेशन को बेहतर बनाते हैं। आपको जब भी एसिडिटी महसूस हो इलायची को अच्छे से चबा कर खाएं और फिर एक गिलास पानी पी लें।
Note : ये सभी जानकारी आयुर्वेदिक नुस्खों के आधार पर तैयार की गई है। MP Breaking News इसकी सफल और सत्यता की पुष्टि नहीं करता है, इस्तेमाल करने से पहले चिकित्सक परामर्श अवश्य लें।