IMD Alert : 23 राज्यों में 24 जून तक भारी बारिश का अलर्ट, दिल्ली-UP में इस दिन होगी मानसून की दस्तक, गरज-चमक की संभावना

Kashish Trivedi
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। मानसून (Monsoon) के प्रवेश के साथ ही मौसम (weather update) में बदलाव देखने को मिल रहे हैं। IMD Alert के मुताबिक बदलते मौसम से कई क्षेत्रों में बूंदाबांदी (drizzle) शुरू हो गई है। इसके अलावा दक्षिण और पूर्वी राज्यों में भारी बारिश (rain alert) का अलर्ट जारी किया गया है। कई राज्यों में बाढ़ (flood) की स्थिति निर्मित हो गई है। राजधानी दिल्ली सहित प्रदेश के कई जिलों में जल्दी मानसून की दस्तक देखने को मिल सकती है।

इसके अलावा पंजाब हरियाणा छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश राजस्थान गुजरात के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई गई है। इसके अलावा पर्वतीय राज्यों सहित उत्तराखंड हिमाचल लेह लद्दाख सहित कई राज्यों में चमक के साथ बिजली गिरने और बारिश की संभावना जताई गई है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून शनिवार को राज्य के कुछ और क्षेत्रों में आगे बढ़ा है। जिससे राज्य की राजधानी और बिहार के उत्तर और पूर्वी हिस्सों के कई अन्य जिलों में बारिश हुई। जिससे निवासियों को गर्म और उमस भरे मौसम से बड़ी राहत मिली। पटना में 9.3 मिमी बारिश हुई जो शनिवार सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे के बीच हुई।

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हालांकि, मौसम विज्ञानियों ने दावा किया कि कुछ मध्य और दक्षिण-पश्चिम जिलों को छोड़कर, मॉनसून ने अभी तक बिहार के आधे से अधिक हिस्से को कवर नहीं किया है, जिसके अगले 48 घंटों में कवर होने की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग ने उत्तरी बंगाल में भारी से बहुत भारी वर्षा की एक नई चेतावनी जारी की। जिससे भूस्खलन और नदी के स्तर में वृद्धि की आशंका बढ़ गई, यहां तक ​​​​कि सिक्किम में अधिकारियों ने पर्यटकों से हिमालयी राज्य के कुछ लोकप्रिय पर्यटन स्थलों की यात्रा न करने का आग्रह किया।

अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी सिक्किम में लाचेन और लाचुंग जैसे स्थानों में फंसे कुछ सौ आगंतुकों को बचाया गया और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। लाचेन और लाचुंग जैसे क्षेत्रों में फंसे सभी पर्यटकों को वापस गंगटोक ले जाया गया है। हालांकि, जोंगो, चुंगथांग, लाचेन, लाचुंग और डिक्चू में भारी भूस्खलन हुआ है। जिससे राज्य के ऊपरी इलाकों में गंभीर सड़क की स्थिति पैदा हो गई है। 2020 और 2021 की तुलना में, गंगटोक में 1 जून से 16 जून के बीच दर्ज की गई बारिश की मात्रा इस साल सबसे अधिक थी।

इस साल इसी अवधि के दौरान सिक्किम की राजधानी में 632.5 मिमी बारिश हुई, जबकि 2020 और 2021 में 232.1 मिमी और 486.6 मिमी बारिश हुई थी। पिछले कुछ दिनों से उत्तर बंगाल के जिलों में भी भारी बारिश हुई है। अलीपीरद्वार जिले के कुछ इलाकों, जैसे बक्सदुआर और हासीमारा में पिछले 24 घंटों में लगभग 350 मिमी और 230 मिमी बारिश हुई। कुछ स्थानों पर कुल 50 मिमी से अधिक वर्षा हुई।

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IMD Alert के मुताबिक पश्चिम बंगाल के उप-हिमालयी क्षेत्र के कुछ जिलों जैसे दार्जिलिंग और कलिम्पोंग में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। IMD की एडवाइजरी के अनुसार, पहाड़ियों में भूस्खलन हो सकता है और तीस्ता, जलधाका, संकोश और तोरसा जैसी नदियों में जल स्तर और भी अधिक बढ़ सकता है।

केरल कर्नाटक तमिलनाडु असम मेघालय मणिपुर मिजोरम अरुणाचल प्रदेश सहित महाराष्ट्र और गोवा में लगातार बारिश का दौर जारी है। इसके अलावा बिहार झारखंड पश्चिम बंगाल में भी अब बूंदाबादी का अलर्ट जारी कर दिया गया। पर्वतीय राज्यों सहित पंजाब हरियाणा में आसमान में बादल छा रहे हैं। जल्दी यहां भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेंगे।

दार्जिलिंग के जिला मजिस्ट्रेट एस पूनम्बलम ने कहा कि शनिवार दोपहर तक मूसलाधार बारिश से किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। तोरसा और कलजानी सहित कई नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों के कुछ निचले इलाकों में पानी भर गया है।

शनिवार को, दक्षिण-पश्चिम मानसून दक्षिण की ओर बढ़ गया, जिससे कोलकाता, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना, हुगली, हावड़ा और पूर्वी मिदनापुर जैसे जिले प्रभावित हुए। कोलकाता में आईएमडी के क्षेत्रीय कार्यालय के वैज्ञानिक जीके दास के अनुसार अगले दो से तीन दिनों में मानसून के पश्चिम बंगाल के शेष क्षेत्रों को कवर करने का अनुमान है।


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