IMD Alert : उत्तर-मध्य भारत में फिर बढ़ेंगे तापमान, 14 राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी, इन क्षेत्रों में लू का अलर्ट

Kashish Trivedi
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट देशभर में पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) का असर खत्म हो गया है। हालांकि पूर्वी और दक्षिणी राज्य में प्री मानसून एक्टिविटी (pre-monsoon activity) जारी रहेगी। IMD Alert दक्षिणी राज्य में 30 अप्रैल तक भारी बारिश का अलर्ट (rain alert) जारी किया। इसके साथ ही साथ तेज हवाओं के साथ गरज चमक और बिजली गिरने की भी आशंका जताई गई है। जबकि पूर्वी राज्य में भी बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा। हालांकि उत्तर मध्य भारत में एक बार फिर से हीटवेव का अलर्ट (heatwave alert) जारी कर दिया गया है। साथ ही तापमान में चार से पांच फीसद की बढ़ोतरी की आशंका जताई गई है।

मौसम विभाग की माने तो 2 दिन तक दिल्ली में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। राजधानी में 27 अप्रैल तक तेज हवा चलने की आशंका जताई गई है। दिल्ली में न्यूनतम तापमान 23 डिग्री जबकि अधिकतम 40 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। गुजरात हरियाणा पंजाब में तापमान में दो से तीन फीसद की वृद्धि देखने को मिलेगी कुछ क्षेत्रों में हीटवेव का अलर्ट जारी कर दिया गया है। आसमान में हल्के बादल दिखेंगे मौसम साफ रहेगा तेज धूप से लोगों को परेशानी होगी।

इधर मध्य प्रदेश राजस्थान छत्तीसगढ़ में भी मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 2 दिन की राहत के बाद आखिरकार फिर से तापमान में वृद्धि की आशंका जताई गई है। आईएमडी अलर्ट की माने तो आसमान साफ रहेगा। तेज धूप खिली रहेगी। मौसम में बदलाव से तापमान में 3 फीसद की वृद्धि रिकॉर्ड की जा सकती है। हालांकि गोवा महाराष्ट्र में मौसम में थोड़ी राह देखने को मिलेगी। गोवा में तेज धूप खिली रहेगी जबकि शाम के समय न्यूनतम तापमान में कमी की वजह से ठंडक महसूस हो सकती है। महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी का दौर जारी रहेगा।

उत्तराखंड हिमाचल में एक बार फिर से तापमान में वृद्धि देखने को मिलेगी। पश्चिम विक्षोभ का असर खत्म होने और अरब सागर से आ रही नमी के रुकने के साथ ही अब क्षेत्रों में तापमान में एक से दो फीसद की बढ़ोतरी रिकॉर्ड की जा सकती है। हालांकि आसमान में हल्के बादल नजर आएंगे। धूप अधिक तेज नहीं होने से लोगों को राहत मिलेगी। लेह लद्दाख जम्मू कश्मीर सहित पर्वतीय क्षेत्रों में आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। न्यूनतम तापमान 20 से 22 डिग्री सेल्सियस तक रहने की आशंका जताई गई है। हालांकि आसमान में हल्के बादल छाने से लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी।

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राजधानी लखनऊ में तापमान में ज्यादा बदलाव आने के संकेत नहीं है। अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम 22 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा सकता है। शिमला सहित कुछ हिस्सों में आज बारिश देखने को मिल सकती है। इसके अलावा राजधानी पटना में मौसम का बदलाव खत्म हो गया है। न्यूनतम तापमान 22 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक रहने की आशंका जताई गई है। इसके अलावा तेज धूप खिली रहेगी। जनजीवन अस्त व्यस्त रहेगा। कई क्षेत्रों में heatwave अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी रांची सहित पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से में भी लू चलने की आशंका जताई गई है। heatwave के कारण लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

मौसम की विभिन्न घटनाओं के कारण, व्यावहारिक रूप से पूरे देश को गुरुवार और शुक्रवार को ‘येलो अलर्ट’ पर रखा गया था। जबकि अधिकांश उत्तरी भारत बिजली, ओलों और आंधी के साथ गरज के साथ प्रभावित हुआ था, मध्य भारत को हीटवेव की स्थिति के लिए येलो अलर्ट दिया गया था। शेष भारत के लिए केवल गरज के साथ बारिश की चेतावनी दी गई थी।

आईएमडी की मानक संचालन प्रक्रिया – 2021-22 और 2022-23 के लिए मौसम पूर्वानुमान और चेतावनी सेवाओं के अनुसार:-

ग्रीन अलर्ट:

यह इंगित करता है कि कार्रवाई की कोई आवश्यकता नहीं है और कोई चेतावनी नहीं है। दिन कमोबेश आरामदायक होंगे, और मौसम की घटनाओं का क्षेत्र की दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों पर थोड़ा ही प्रभाव पड़ेगा।

Yellow अलर्ट:

यह रंग इंगित करता है कि हमें मौसम को ‘देखना’ चाहिए और प्रशासकों को ‘अपडेट’ होना चाहिए। यह मौसम की घटनाओं से जुड़ा है जो वर्तमान में कम नुकसान पहुंचा रहे हैं लेकिन भविष्य में ऐसा करने की क्षमता रखते हैं। यह अलार्म गरज, भारी वर्षा, शक्तिशाली हवाओं, गर्म या ठंडी लहरों, या खतरनाक समुद्री परिस्थितियों से शुरू हो सकता है।

ऑरेंज अलर्ट:

नारंगी रंग ‘अलर्ट’ या ‘तैयार रहें’ स्थिति को दर्शाता है। जब बहुत अधिक बारिश हो, गर्मी हो, सर्दी हो, या जब कोई बड़ा तूफान आ रहा हो, तो ये अलर्ट जारी किए जाते हैं। यदि उनका क्षेत्र इस अलर्ट स्तर के अंतर्गत आता है, तो निवासियों को बाहर निकलने से पहले खुद को बचाने और आगे की योजना बनाने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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रेड एलर्ट:

यह एक स्पष्ट ‘चेतावनी’ और ‘कार्रवाई करने’ का आह्वान है। अत्यधिक भारी वर्षा, हानिकारक हवाएं, अत्यधिक गर्मी या ठंड, गंभीर चक्रवात और अन्य खतरे अक्सर ऐसी चेतावनियों से जुड़े होते हैं। यदि आपका क्षेत्र रेड अलर्ट के अधीन है, तो आपको उचित तैयारी किए बिना बाहर नहीं जाना चाहिए और सुरक्षित रहने के उपाय करने चाहिए।

कलर कोडिंग न केवल नागरिकों की मदद करती है बल्कि आपदा प्रबंधन अधिकारियों को घटना के प्रभाव को कम करने के लिए समय से पहले कार्य करने में सहायता करती है। जबकि आईएमडी ने इस सप्ताह पूरे भारत में अधिकांश स्थानों के लिए येलो अलर्ट जारी की है, इसका मतलब यह नहीं है कि पूरे देश में मौसम खराब रहेगा। यह सिर्फ सभी को अचानक होने वाली बारिश के बारे में जागरूक होने की चेतावनी देता है।

महाराष्ट्र के चंद्रपुर में अधिकतम तापमान, जो 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो गया था, शुक्रवार को वहां गरज के साथ 39.4 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। मध्य महाराष्ट्र में कई स्थानों पर तेज हवा (30-40 किमी प्रति घंटे) और हल्की वर्षा देखी गई। जिससे गर्मी का भार कम हो गया। हालांकि आईएमडी ने कहा कि अगले दो दिनों में आंतरिक महाराष्ट्र में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है और शहर में एक बार फिर 40-41 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है।

आईएमडी के अगले कुछ दिनों के दौरान अधिकतम तापमान बढ़ने की संभावना है और महाराष्ट्र सहित मध्य भारत में 28 अप्रैल से 5 मई तक सामान्य से लगभग 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक हो सकता है। विदर्भ के लिए 40 डिग्री सेल्सियस तापमान सामान्य हो सकता है, जबकि महाराष्ट्र के अन्य स्थानों में उस अवधि के दौरान दिन का तापमान 39-40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो सकता है।

28 अप्रैल से 5 मई की अवधि के लिए आईएमडी की विस्तारित सीमा के पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के आसपास के मैदानों और पूर्वी तट पर अधिकतम तापमान सामान्य से 2-3 डिग्री सेल्सियस अधिक रहने की संभावना है। भारत-गंगा के मैदानों के कई हिस्सों, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश, गुजरात के कुछ हिस्सों और महाराष्ट्र के तटों पर तापमान में वृद्धि होगी।

मौसम पूर्वानुमान:

आईएमडी ने अगले 29 मई के दौरान गरज और तेज हवा के साथ भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में व्यापक वर्षा की भविष्यवाणी की है। बिहार, झारखंड, गंगीय पश्चिम बंगाल और ओडिशा में अगले दो दिनों में हल्की बारिश होगी और 26 अप्रैल को झारखंड में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी होगी। वहीँ 23 से 30 अप्रैल तक उत्तर प्रदेश में लू की स्थिति बनी रहेगी और 24 से 29 अप्रैल के दौरान पश्चिमी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में लू की स्थिति बनी रहेगी।

आईएमडी ने कहा कि 29 अप्रैल तक सिक्किम में गरज के साथ भारी वर्षा होने की संभावना है। 23-29 अप्रैल तक असम-मेघालय और 23 से 30 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश में बारिश की सम्भावना है। छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कुछ हिस्सों में भी अगले 5 दिनों के दौरान गरज के साथ छिटपुट बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाएं (30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार) होने वाली हैं। इसके अतिरिक्त, बिहार और झारखंड में अगले 24 घंटों के दौरान छिटपुट वर्षा होगी, जबकि आईएमडी ने 27 अप्रैल को झारखंड और ओडिशा में ओलावृष्टि की स्थिति की चेतावनी दी है।


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