IMD Alert : 2 मई से एक्टिव होगा पश्चिमी विक्षोभ, 12 राज्यों में 6 मई तक बारिश का अलर्ट, 7 में हीटवेव का अलर्ट

Kashish Trivedi
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नई दिल्ली, डेक रिपोर्ट। देश में मई के पहले सप्ताह से एक बार फिर से मौसम में बदलाव (Weather update) की स्थिति देखने को मिलेगी। दरअसल चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) की स्थिति बन रही है। IMD Alert के मुताबिक 2 मई से चक्रवाती परिसंचरण की स्थिति बनने के कारण उत्तर मध्य के तापमान में गिरावट (Temperature fall) देखी जाएगी। हालांकि 1 मई तक राजधानी दिल्ली में Heatwave Alert जारी किया। उत्तर भारत के 10 राज्यों में गर्म तेज हवा चलेगी। लोगों को सजग और सचेत रहने की सलाह दी गई है। जम्मू कश्मीर, लेह लद्दाख सहित उत्तराखंड में भी तापमान में 1 फीसद की बढ़ोतरी देखी गई। हालांकि हिमाचल प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हो गया है।

इसके अलावा पूर्वी और दक्षिणी राज्य में भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। केरल, कर्नाटक, असम, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, नागालैंड में बारिश का दौर जारी है। मुंबई सहित गोवा में भी जल्द ही मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। 2 मई के बाद देश के कई राज्यों में स्थिति आज से विपरीत होगी। दरअसल तापमान में 2 फीसद की गिरावट के साथ आसमान में बादल छाने लगेंगे। कई राज्य में बूंदाबांदी शुरु होगी। गरज चमक के साथ बिजली गिरने की संभावना भी जताई जा रही है। IMD Alert की माने तो न्यूनतम तापमान सहित अधिकतम तापमान में भी 2 फीसद की गिरावट रिकॉर्ड की जाएगी।

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वहीं पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने की वजह से पश्चिम बंगाल-उड़ीसा में भी गर्मी से राहत मिलेगी। बिहार और झारखंड के भी कुछ हिस्सों में मौसम में बदलाव देखने को मिलेंगे। आसमान में बादल छाने लगे हैं। राजधानी लखनऊ में न्यूनतम तापमान 27 डिग्री जबकि अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं राजधानी दिल्ली में भी बारिश का इंतजार कर रहे लोगों को थोड़ा इंतजार और करना होगा।

न्यूनतम तापमान 27 जबकि अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पहुंचा है। राजधानी दिल्ली में 2 दिन के बाद मौसम बदलेगा। इसके साथ ही बिहार और झारखंड में भी अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री टेंपरेचर तक पहुंच गया है। पर्वतीय राज्य में शुरू हो रहे हैं। मौसम के बदलाव का असर 20 से अधिक राज्य में देखने को मिल सकता है।

शनिवार-रविवार को भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पांच राज्यों राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और ओडिशा के लिए एक ऑरेंज अलर्ट जारी किया। क्योंकि देश के व्यापक हिस्सों में भीषण लू चल रही थी। चिलचिलाती गर्मी भी देश में बिजली की कमी का कारण बन रही है, क्योंकि बिजली की मांग बढ़ गई है।

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हालांकि 2 से 4 मई तक राजस्थान, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामणि ने कहा कि इससे तापमान 36 और 39 डिग्री सेल्सियस तक नीचे आने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, 4 मई को अंडमान सागर में एक चक्रवाती सर्कुलेशन तंत्र विकसित होगा। जिसके बाद 5 मई को निम्न दबाव का क्षेत्र बनेगा और इसके प्रभाव में अधिकतम तापमान में गिरावट की संभावना है।

अधिकारी ने कहा कि पूर्वी भारत में, ओडिशा, बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड जैसे राज्यों में तापमान पहले ही गिर चुका है। अगर हम पूर्वी भारत के बारे में बात करते हैं, तो ओडिशा, बिहार, बंगाल और झारखंड में आज से तापमान थोड़ा गिर रहा है। झारसुगुडा, संबलपुर, बलांगीर और अंगुल (ओडिशा में) जैसे क्षेत्रों में कल 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार से यहां तापमान गिरना शुरू हो जाएगा।

वर्षा की भविष्यवाणी:

मौसम विज्ञानियों ने भी एक मई तक बारिश की संभावना को चकनाचूर कर दिया है क्योंकि गुरुवार को दिल्ली का तापमान 45 डिग्री से ऊपर पहुंच गया था। यह संभव है कि शहर में तापमान 42 डिग्री तक पहुंच जाए। दिल्ली के बाहरी इलाके में तापमान 44 से 45 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। बढ़ते तापमान के साथ भीषण गर्मी की स्थिति उत्तर भारत के कुछ हिस्सों, जैसे राजस्थान और मध्य प्रदेश को भी प्रभावित कर रही है। सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और हल्की वर्षा के कारण 2 मई से कुछ राहत की भविष्यवाणी की जा रही है।

लंबे समय तक भीषण गर्मी की लहर से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है क्योंकि मौसम विभाग ने रविवार से दिन के तापमान में गिरावट की भविष्यवाणी की है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में राज्य की ओर बहने वाली शुष्क और गर्म उत्तर-पश्चिमी और पश्चिमी हवाओं के प्रभाव में हीट वेव की स्थिति ओडिशा में बन गई थी।

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भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एचआर बिस्वास ने कहा है की। हालांकि रविवार से दिन के तापमान में थोड़ी कमी आने की संभावना है क्योंकि उत्तर-पश्चिमी और पश्चिमी हवाएं कमजोर हो गई हैं और दक्षिण और दक्षिण-पूर्वी हवाएं राज्य में प्रवेश करने लगी हैं। इसके बाद निम्न दबाव बनने की संभावना है। जिसके मई के पहले सप्ताह में बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने का अनुमान है। चार मई के आसपास दक्षिण अंडमान सागर और आस-पास के इलाकों में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनने की संभावना है। जो कम दबाव के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा। अगले 24 घंटों में सिस्टम और अधिक चिह्नित हो सकते है, जिससे मौसम में राहत देखने को मिलेगी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को घोषणा की कि अगले पांच दिनों के लिए पूर्वोत्तर में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की उम्मीद है। आईएमडी ने अपने मौसम बुलेटिन में कहा कि यह बंगाल की खाड़ी से पूर्वोत्तर राज्यों में निचले क्षोभमंडल स्तरों पर तेज दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव के कारण हो सकता है, इस क्षेत्र में 30 अप्रैल से वर्षा की तीव्रता बढ़ने की संभावना है।

असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में गरज / बिजली / तेज हवाओं (50-60 किमी प्रति घंटे की गति) के साथ काफी व्यापक / व्यापक वर्षा होने की संभावना है, जबकि नागालैंड-मणिपुर -मिजोरम-त्रिपुरा और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल-सिक्किम में अगले पांच दिनों के दौरान छिटपुट/काफी व्यापक वर्षा हो सकती है। 30 अप्रैल को अरुणाचल प्रदेश में और 30 अप्रैल – 2 मई के दौरान असम-मेघालय में अलग-अलग भारी वर्षा होने की संभावना है।


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