नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। एक तरफ जहां यूजीसी (UGC) द्वारा डुएल डिग्री (Dual Degree) को लेकर बड़ी घोषणा की गई थी। वहीं अब जेएनयू की अकादमी परिषद (JNU Academic Council) ने बीटेक एमटेक में दोहरी डिग्री कार्यक्रम से छात्रों को बाहर निकलने के विकल्प को मंजूरी दी है जिसका फायदा लाखों छात्रों को मिलेगा। यह सुविधा अब उन छात्रों के लिए उपलब्ध है, जिन्हें 2018-19 बैच से चार वर्षीय B.Tech, एक वर्षीय M.Tech, एमएस कार्यक्रम में प्रवेश दिया गया है। निर्णय अकादमिक परिषद की 160वीं बैठक में लिया गया, जो विश्वविद्यालय का मुख्य शैक्षणिक प्राधिकरण है और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप है।
वहीँ क्रेडिट की आवश्यकता के संदर्भ में कार्यक्रम और बीटेक डिग्री प्रदान करने के लिए सीजीपीए/एफजीपीए मान्य थे। लाखो छात्रों को इससे बड़ा फायदा होगा। वही नई नीति के तहत 3 वर्षीय और 4 वर्षीय ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम में छात्र कभी भी बाहर निकलने का विकल्प चुन सकते हैं। मामले में उप रजिस्ट्रार मनोज कुमार मनुv ने स्पष्ट किया कि जिन छात्रों ने सफलता पूर्वक अपने बीटेक डिग्री पूरे कर लिए हैं, वो पाठ्यक्रम से बाहर निकलने के लिए स्वतंत्र होंगे।
मामले में अधिसूचना पर बोलते हुए कहा गया है कि 3 साल और 4 साल के स्नातक पाठ्यक्रम के बीच डिग्री पाठ्यक्रम और एक विकल्प में कई प्रवेश और निकास विकल्प से जहां नीति में उल्लेखित उच्च शिक्षा सुधारों के बीच एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। उच्च शिक्षण संस्थानों में 3.5 करोड़ सीटें जोड़ने के लिए एक ही नियम होंगे। इसके अलावा एमफिल कार्यक्रम को बंद करना और फीस का निर्धारण करना भी इसका मुख्य उद्देश्य होगा ताकि उच्च शिक्षा सुधारों को गंभीरता से लिया जा सके।
दरअसल इस साल जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय सीईटी के जरिए छात्रों को प्रवेश देने की प्रक्रिया अपनाए स्नातक पाठ्यक्रम के लिए प्रवेश प्रक्रिया 15 जुलाई से शुरू होने वाली है इसके लिए जल्दी राष्ट्रीय परीक्षण द्वारा एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे। NTA जल्दी आधिकारिक वेबसाइट पर एडमिट कार्ड की घोषणा कर सकता है।
बता दें कि इससे पहले एनसीपी ने 1986 में तैयारी की गई 34 वर्षीय राष्ट्रीय शिक्षा नीति को बदला है। इसका उद्देश्य भारत को वैश्विक ज्ञान के साथ स्कूल और उच्च शिक्षा प्रणाली में सुधारों का मार्ग बेहतर करना बताया गया है। इससे पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने 12 अप्रैल को छात्रों को एक ही विश्वविद्यालय या विभिन्न विश्वविद्यालयों में से दो पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रमों को एक साथ करने की अनुमति देने की घोषणा की थी।
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यूजीसी के दिशानिर्देशों के अनुसार, एक छात्र दो पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रमों को फिजिकल मोड में या ऑनलाइन मोड में या एक साथ दो ऑनलाइन Course कर सकता है। आयोग ने पहले स्पष्ट किया था कि ड्यूल-डिग्री प्रोग्राम NEP 2020 के अनुरूप मल्टीपल-एंट्री-मल्टीपल-एग्जिट मैंडेट के तहत आएगा। दिशानिर्देशों के अनुसार छात्र अपनी इच्छा के अनुसार एक कोर्स से ड्रॉप और दूसरे में शामिल होने का विकल्प चुन सकते हैं। बशर्ते वे पात्रता आवश्यकताओं को पूरा करते हों।