Sun, Dec 28, 2025

इन कर्मचारियों को मोदी सरकार ने दिया बड़ा तोहफा, 6 महीने बढ़ाई गई योजना की अवधि, लाखों को मिलेगा लाभ

Written by:Kashish Trivedi
Published:
इन कर्मचारियों को मोदी सरकार ने दिया बड़ा तोहफा, 6 महीने बढ़ाई गई योजना की अवधि, लाखों को मिलेगा लाभ

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। देश की मोदी सरकार (Modi Government) ने एक बार फिर से हेल्थ वर्कर्स (Health workers Employees) को बड़ी राहत दी है। दरअसल गरीब हेल्थ वर्कर्स के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) ने महत्वपूर्ण सूचना जारी करते हुए कोरोना के मरीजों की देखभाल के लिए सुरक्षा कवच के नीति को बढ़ाने का फैसला किया। दरअसल प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (PMGKP) के तहत कोरोना से लड़ने वाले हेल्थ वर्कर्स के बीमा अवधि को 180 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके विस्तार से निश्चित ही कोरोना वर्कर्स को बड़ा फायदा मिलेगा।

दरअसल कोरोना से लड़ने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (PMGKP) बीमा योजना को 19 अप्रैल से 180 दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया है। नीति का विस्तार करने का निर्णय लिया गया है ताकि कोरोना रोगियों की देखभाल के लिए प्रतिनियुक्त स्वास्थ्य कर्मियों के आश्रितों को सुरक्षा कवच प्रदान करना जारी रखा जा सके। इसके लिए एक पत्र सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के अतिरिक्त मुख्य सचिवों (स्वास्थ्य), प्रमुख सचिवों (स्वास्थ्य) और सचिवों (स्वास्थ्य) को जारी किया गया है।

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मंत्रालय ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज (पीएमजीकेपी) के शुभारंभ के बाद से 30 मार्च, 2020 को कोरोना से लड़ने वाले स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बीमा योजना, कोरोना संबंधित कर्तव्यों पर तैनात होने के दौरान मारे गए स्वास्थ्य कर्मियों के 1,905 दावों का निपटारा किया गया है।

PMGKP को सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और निजी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं सहित 22.12 लाख स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को 50 लाख रुपये का व्यापक व्यक्तिगत दुर्घटना कवर प्रदान करने के लिए शुरू किया गया था। यह योजना उन हेल्थ वर्कर्स के लिए है, जो सीधे कोरोना रोगियों की संपर्क में रहे होंगे और कोरोना रोगियों की देखभाल कर सकते थे और इससे उनके प्रभावित होने का खतरा हो सकता है।

अभूतपूर्व स्थिति के कारण, निजी अस्पताल के कर्मचारी, सेवानिवृत्त, स्वयंसेवक, स्थानीय शहरी निकाय, अनुबंध, दैनिक वेतन, तदर्थ, राज्यों, केंद्रीय अस्पतालों, केंद्र, राज्यों, केंद्रशासित प्रदेशों के स्वायत्त अस्पतालों, एम्स और संस्थान द्वारा मांगे गए आउटसोर्स कर्मचारी राष्ट्रीय महत्व (आईएनआई)/केंद्रीय मंत्रालयों के अस्पतालों को विशेष रूप से कोरोना रोगियों की देखभाल के लिए तैयार किया गया है, जो पीएमजीकेपी के अंतर्गत आते हैं।