भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। स्वामी विवेकानंद कैरियर (Swami vivekananda) मार्गदर्शन योजना में आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश (aatmnirbhar madhya pradesh) के तहत MP College के चयनित 200 महाविद्यालयों (universities) में अध्ययनरत विद्यार्थियों को रोजगार (employment) और स्व-रोजगार प्रदान करने के लिये विभिन्न औद्योगिक इकाइयों से MoU किये जाने का निर्णय लिया गया है। वही इसका लाभ मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा (Higher Education) ग्रहण कर रहे छात्रों को मिलेगा। साथ ही व्यवसायिक अध्ययन की तरफ छात्रों की रुचि बढ़ेगी।
उच्च शिक्षा आयुक्त, दीपक सिंह ने बताया कि विद्यार्थी अपना स्वयं का रोजगार/स्व-रोजगार स्थापित कर आत्म-निर्भर बन सके। इसके लिए जिले में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों को फरवरी माह तक चिन्हित किया जाएगा। चिन्हित औद्योगिक इकाइयों से 31 मार्च 2022 तक एमओयू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अप्रैल, मई एवं जून 2022 में परीक्षा तथा कोविड निर्देशों का पालन करते हुए विद्यार्थियों को उनकी रुचि अनुसार विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
स्कूली छात्रों को सीएम शिवराज ने दिया बड़ा तोहफा, बेटियों-स्व सहायता समूह के लिए बड़ी घोषणा
विद्यार्थियों को औद्योगिक क्षेत्रों का भ्रमण कराकर इसकी प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कराई जाएगी। इसके अतिरिक्त औद्योगिक क्षेत्रों की कंपनियों में प्रतिमाह HR के माध्यम से प्लेसमेंट की भी व्यवस्था होगी। विद्यार्थी जिस क्षेत्र में रोजगार/स्व-रोजगार स्थापित करना चाहते है। उन्हें बैंकिंग प्रक्रिया से जोड़कर आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही विभिन्न संस्थाओं के माध्यम से तकनीकी एवं व्यावसायिक मार्गदर्शन दिया जाएगा।
आयुक्त सिंह ने चयनित महाविद्यालयों के प्राचार्यों को स्वामी विवेकानंद कैरियर मार्गदर्शन योजना के जिला नोडल अधिकारी एवं टीपीओ को अपने क्षेत्रों के 50 से 60 किलोमीटर के दायरे में स्थित औद्योगिक क्षेत्रों में समन्वय स्थापित कर कार्यवाही सुनिश्चित करने और प्रत्येक चरण की रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है।