भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय (Madhya Pradesh Bhoj Open University) ने जनवरी 2022 तक अपने अध्ययन केंद्रों (study centers) को बढ़ाकर 1,000 करने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय (university) ने दिसंबर 2021 तक 800 अध्ययन केंद्र स्थापित करने और जनवरी 2022 तक इसे बढ़ाकर 1000 करने का लक्ष्य रखा है।
कुलपति जयंत सोनवलकर ने कहा कि अध्ययन केंद्रों की संख्या बढ़ने से विश्वविद्यालय की पहुंच दूर-दराज के क्षेत्रों में भी बढ़ेगी। हमने सकल नामांकन अनुपात को बढ़ाने के लिए सभी 52 जिलों में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रतिनियुक्त प्लेसमेंट अधिकारियों की सेवाएं लेने का भी फैसला किया है।
12वीं कक्षा के छात्रों के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के समन्वय से जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय टीवी, रेडियो और अन्य जन माध्यमों पर भी अभियान चलाएगा, ताकि अधिक से अधिक लोगों को विश्वविद्यालय के बारे में पता चले।
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विवि की पिछले माह हुई समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया कि उच्च शिक्षा विभाग के शिक्षकों की सेवाएं प्रतिनियुक्ति पर ली जा सकती हैं। वोकेशनल और अन्य कोर्स पर फोकस रहेगा। छात्रों को अध्ययन सामग्री पंजीकृत डाक से भेजी जाएगी।
नोडल अधिकारी गांवों के पंच और सरपंच से बातचीत करेंगे और उन्हें पाठ्यक्रम और प्रवेश प्रक्रिया के बारे में बताएंगे। यह विश्वविद्यालय को दूर-दराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के दरवाजे तक ले जाएगा। सोनवलकर ने कहा कि प्रवेश प्रक्रिया को और सरल बनाया जाएगा।
प्लेसमेंट अधिकारी भोज विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए नोडल अधिकारी के रूप में कार्य करेंगे। उन्हें भोज विश्वविद्यालय से अतिरिक्त परिलब्धियां मिलेंगी। ये नोडल अधिकारी जमीनी स्तर पर पहुंचकर लोगों को विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे पाठ्यक्रमों की जानकारी देंगे।