भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्यप्रदेश में कोरोना के बढ़ते आंकड़े चिंता का विषय बन गए हैं। लोगों ने जिस तरह से कोरोना को लेकर लापरवाही बरती है, उससे एक बार फिर कोरोना संक्रमितो की संख्या बढ़ने लगी है और इस बात की आशंका भी कि कहीं तीसरी लहर दस्तक ना दे दे। मध्य प्रदेश में एक सप्ताह के भीतर 88 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं।
बुधवार को प्रदेश में 20 नए मरीज मिले जिसमें से 11 भोपाल के थे। 7 दिनों में भोपाल में 32, इंदौर में 19 और धार में 14 मरीज मिले है। सबसे ज्यादा हैरत की बात यह है कि इन 88 मरीजों में से 49 को वैक्सीन के दोनों डोज चुके थे। राहत की बात यह भी है कि अभी तक कोई मृत्यु कोरोना संक्रमण के चलते नहीं हुई है।
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दरअसल दूसरी लहर पर जीत पाने के दावों के बाद कोरोना प्रोटोकाल की जिस तरह धज्जियां उड़ाई गई है, उससे संक्रमण का खतरा बढ़ा है। अब न मास्क दिखाई देता है और ना सोशल डिस्टेंसिंग। उपचुनाव के दौरान कांग्रेस हो या बीजेपी, दोनों पार्टियों की सभाओं में तो कोरोना को जमकर न्योता दिया गया। इसके चलते एक बार फिर धीरे-धीरे संक्रमण फैल रहा है। वैश्विक परिदृश्य की अगर बात की जाए तो रूस, ईरान, यूके, थाईलैंड सहित कई देशों में कोरोना को लेकर हालात तेजी के साथ बिगड़े हैं और हम इनसे सीख नहीं ले रहे।
डॉक्टरों का मानना है कि अगर दोनों वैक्सीन लगवा भी लिए हैं तो उसके बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क पहनना बेहद जरूरी है। वैक्सीन के दोनों डोज लगवाने वाले व्यक्ति को भले ही जान का खतरा ना हो लेकिन वह दूसरे लोगों को संक्रमण फैला सकता है। ऐसे में अब हम सब को यह सोचना होगा और याद रखना होगा कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने किस तरह से हर गली मोहल्ले में मौत का तांडव मचा दिया था।