भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्यप्रदेश (MP) में सहायता समूह (self help group) की महिलाओं के लिए बड़ी घोषणा की गई। दरअसल पोषण आहार और ऑक्सीजन सयंत्र (oxygen plant) सहित उचित मूल्य दुकानों के संचालन में अब सहायता समूह की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। इसके लिए राज्य शासन ने बड़ी तैयारी की है। राज्य शासन की तैयारी के मुताबिक राज्य आजीविका मिशन महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें सुरक्षा गार्ड की नौकरी के लिए भी तैयार किया जा रहा है।
वही 30-30 महिलाओं के दो Batch तैयार किए गए। जिसका प्रशिक्षण इसी महीने पूरा किया जा रहा है। साथ ही मजदूरी पेशा महिलाओं को इसमें शामिल किया गया है। ग्रामीण इलाके से आई महिलाओं को स्व सहायता समूह से जोड़कर उन्हें विकास के मार्ग पर लाया जाएगा। इतना ही नहीं आती मध्य प्रदेश के स्व सहायता समूह की बड़ी भूमिका है। समूह से जुड़ी महिलाओं को अलग-अलग क्षेत्रों में काम संभालने दिए जा रहे हैं। इससे पहले 7 पोषण आहार संयंत्र की सुरक्षा का जिम्मा भी स्व सहायता समूह की महिलाओं को सौंपा जा चुका है।
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दरअसल अब स्व सहायता समूह को सुरक्षा गार्ड के प्रशिक्षण दिए जाएंगे। इसके लिए 2 बैच के लिए 60 महिलाओं के नाम मांगे गए थे। 10 फरवरी के तीसरे सप्ताह से 2 Batch का प्रशिक्षण शुरू हुआ है। जिसका 90 दिन पूरा हो जाएगा। वहीं महिलाओं को 7 जिलों में संचालित सरकारी पोषण आहार संयंत्र में भेजा जाएगा। जहां 3 महीने महिलाएं कामकाज का बारीकी से अध्ययन करेगी। उसके बाद अखिलेश के प्रशिक्षण की तैयारी शुरू की जाएगी।
इस बारे में राज्य आजीविका मिशन के प्रबंध संचालक एमएल बेलवाल का कहना है कि महिला का सुरक्षा गार्ड का प्रशिक्षण देना अनिवार्य है। जो बस तैयार हैं। इन्हें पोषण आहार संयंत्रों में लगाया जाएगा। इसके बाद आने वाले बैच के अन्य स्थान तलाशी जाएंगे। इसके लिए बड़े स्तर पर सुरक्षा कार्ड तैयार होने पर उन्हें मैनेजमेंट के लिए अलग से कई बनाई जाएगी। साथ ही स्व सहायता समूह इसका प्रबंधन करेगा और उसके सदस्य भी महिला ही होगी।