MP News : पुलिस पर गुंडे भिजवाकर हमला करवाने का आरोप, BJP प्रवक्ता ने CSP पर लगाया आरोप

Kashish Trivedi
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बालाघाट, सुनील कोरे। प्रदेश मंे कानून व्यवस्था (law system)की स्थिति को लेकर वैसे ही विपक्षी कांग्रेस, सरकार पर हमलावर है, वहीं बीते 20 सितंबर की देरशाम पुलिस (police) पर गुंडे भिजवाकर भाजपा प्रवक्ता (BJP spokesperson) अभय कोचर (abhay kocher) पर हमला किये जाने का आरोप लगा हैं। यह आरोप स्वयं भाजपा प्रवक्ता अभय कोचर ने लगाया है। जिसको लेकर देररात तक कोतवाली थाने में भाजपाई डटे रहे और काफी गहमागहमी का माहौल रहा।

हालांकि देररात तक मीडिया ने पुलिस अधीक्षक से इस मामले मंे चर्चा करने का प्रयास किया लेकिन पुलिस मामले में कुछ भी बताने से बचती रही। हालांकि इस मामले में सीएसपी कार्यालय से जुड़े एक पुलिस कर्मचारी का नाम सामने आ रहा है, वहीं BJP प्रवक्ता पर हमला करने पहुंचे दो युवाओं को प्रवक्ता के साथियों द्वारा पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया है। जिसके बारे मंे भी पुलिस ने अब तक कुछ नहीं बताया है।

BJP प्रवक्ता की दुकान पर हमला करने पहुंचे युवाओं को पकड़कर पुलिस के हवाले किये जाने और मामले मंे पुलिस पर हमलावरों को भिजवाने के आरोप को लेकर कोतवाली थाना पहुंचे भाजपाईयों की जानकारी के बाद पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सोलंकी भी थाना पहुंचे। जहां पुलिसिया अंदाज मंे भाजपा प्रवक्ता पर हमले करने पहुंचे युवाओं से सख्ती से पूछताछ की गई। अंदरखाने से बाहर आई खबरो से पता चला है कि युवाओं ने CSP कार्यालय मंे कार्यरत कर्मचारी का नाम लिया हैं, हालांकि इसकी पुष्टि पुलिस ने नहीं की है।

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घटनाक्रम के अनुसार बीती रात लगभग आधा दर्जन से ज्यादा युवा ईतवारी बाजार स्थित आदिनाथ इंटरप्राईजेस पहंुचे, जहां उन्होंने आवाज लगाई, इस दौरान भाजपा प्रवक्ता अभय कोचर के बड़े भाई बाहर पहुंचे। इस दौरान हाथ मंे डंडा लिए युवक ने पूछा कि आरएसएस वाले अभय कोचर दुकान यही है कि, जिस पर बड़े भाई ने हां में जवाब देकर कहा कि वह इस वक्त दुकान मंे नहीं है और वह उन्हें बुला देते है, तब तक वह किसी तरह दुकान बंद कर वाहन लेकर चले गये। चंूकि युवाओं के इरादे नेक नहीं होने से उन्हें भी किसी अनहोनी की आशंका हुई, तब तक दुकान में बैठे अभय कोचर और उनके पिता भी पिछले रास्ते से घर चले गये। हालांकि इस दौरान युवाओं की गतिविधि दुकान मंे लगे सीसीटीव्ही मंे कैद होते रही। वहीं बताया जाता है कि युवा मोबाईल में किसी ‘सर’ नामक व्यक्ति से बात करते सुने गये है, जिससे ‘सर’ कौन है, यह सवाल खड़े होने लगा है।

हालांकि दुकान में अभय कोचर का नाम पूछते हुए युवाओं के मारपीट की आशंका की जानकारी मोबाईल के माध्यम से साथियों को लगते ही कुछ ही समय में दर्जनों साथी ईतवारी बाजार पहुंचे, जहां से आसपास छिपे बैठे दो लोगों को पकड़ा। जब तक घटना की सूचना अभय कोचर द्वारा पुलिस अधीक्षक को दिये जाने के बाद कोतवाली का अमला भी वहां पहुंच गया था। अभय कोचर के साथियों द्वारा पकड़े गये दोनो युवाओ को पुलिस के हवाले किया गया। जिसके बाद अभय कोचर, भाजपा पूर्व अध्यक्ष रमेश रंगलानी, भाजपा उपाध्यक्ष सत्यनारायण अग्रवाल, संघ पदाधिकारी विक्रांत साकरे, रितेश, विहिप जिलाध्यक्ष संजय भाउ अग्रवाल के साथ कोतवाली थाना पहुंचे। जिसके बाद वह भाजपाई और साथियों की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान लगभग तीन-चार घंटे तक कोतवाली मंे गहमागहमी का माहौल रहा।

बताया जाता है कि विसर्जन के दौरान सनातन धर्म का हवाला देकर बहते जल में भगवान गणेश प्रतिमा के विसर्जन की अपील के बाद गत दिवस गणेश विसर्जन के दौरान अभय कोचर की सीएसपी कर्णिक श्रीवास्तव से वैनगंगा नदी में पुल के नीचे हॉटटॉक हुई थी। वहीं भाजपा प्रवक्ता अभय कोचर ने भी लगाये गये आरोप में कहा कि सीएसपी ने चर्चा को ईगो स्टिक मंे लेकर उन पर जानलेवा हमला कराने की मंशा से गंुडे भेजे थे। हालांकि यह जिले की पहली ऐसी घटना है, जब पुलिस पर गंुडे भेजकर सत्ताधारी पार्टी के प्रवक्ता पर हमला कराने का आरोप पुलिस और पुलिस के बड़े अधिकारी सीएसपी पर लगा है।

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चंूकि देररात तक पुलिस की इस कार्यवाही में जिस तरह से सीएसपी कार्यालय में पदस्थ एक कर्मी का नाम आ रहा है, उससे आरोपों को बल मिल रहा है। वहीं आरोपियों को बदले जाने को लेकर भी पुलिस पर आरोप लग रहे है, शिकायतकर्ता मीडिया प्रभारी अभय कोचर का कहना है कि जिस आरोपी को जिस कपड़े के साथ साथियों द्वारा पकड़कर पुलिस के हवाले किया गया था, वह, थाने लाये गये आरोपियों में मौजूद नहीं है, वहीं थाने में मौजूद आरोपियों के आपस में कपड़े बदल जाने के आरोप भी लगे है, जिससे सवाल खड़े होता है कि आरोपियों ने आखिर कपड़े क्यों बदले और कहां बदले? यदि पुलिस वाहन या थाने में आरोपियों ने साक्ष्य छिपाने और साक्षियों को दिग्भ्रमित करने कपड़े बदले है तो पुलिस उस वक्त कहां थी?

बहरहाल इस मामले में पुलिस पर कई यक्ष प्रश्न खड़े हो रहे है, जिनका जवाब पुलिस को अपनी छवि को बेदाग करने के लिए मीडिया को देना होगा, ताकि आम जनता में पुलिस की छवि रक्षक के रूप में बनी रहे, अन्यथा इस मामले में तो पुलिस भक्षक के रूप में पेश आती नजर आ रही है। बहरहाल इस मामले में जिस प्रकार से वरिष्ठ अधिकारियों ने कमान संभाली है, उससे लगता है कि पुलिस इस मामले में पूरी जांच के मूड में है।

भाजपा मीडिया प्रभारी अभय कोचर ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि 19 सितंबर को गणेश विसर्जन के दौरान सीएसपी से हुई हॉटटॉक के बाद सीएसपी ने इसे ईगो स्टिक में लेकर गुंडो भिजवाकर मुझ पर जानलेवा हमला करवाने का प्रयास किया है, यदि मुझे और परिवार के लोगों को कुछ होता है तो इसकी पूरी जिम्मेदारी सीएसपी की होगी।

 


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