भोपाल, डेस्क रिपोर्ट मध्य प्रदेश (MP) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) की महत्वकांक्षी योजना MP School सीएम राइज स्कूलों (CM Rise school) की प्रक्रिया जल्दी पूरी हो सकती है। दरअसल मध्यप्रदेश में तैयार किए जा रहे सीएम राइज स्कूल की डिजाइन अगले 2 से 3 महीने में तैयार हो जाएगी। इसके लिए सीएम राइज स्कूल को लेकर कार्यशाला का आयोजन किया गया था। वही स्कूल शिक्षा विभाग (School education department) ने आर्किटेक्ट से 2 महीने में स्कूल की डिजाइन (Design) और डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) की मांग की है।
बता दे कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जून से सितंबर 2023 तक सीएम राइज स्कूल तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। इसको लेकर वास्तुविदों 2 महीने में डिजाइन और डीपीआर राज्य शासन को सौंपेंगे। हालांकि आर्किटेक्ट द्वारा डिजाइन और DPR के लिए तीन चार महीने समय की मांग की गई है लेकिन स्कूल शिक्षा विभाग का कहना है कि आर्किटेक्ट जितनी जल्दी हो विभाग को डिजाइन और DPR सौंप दें।
इसके अलावा आर्किटेक्ट द्वारा सीएम राइज स्कूल के लिए जो डिजाइन और डीपीआर तैयार करवाए जाएंगे उस पर अंतिम निर्णय लेने से पहले उसे स्कूल ऑफ लर्निंग एवं आर्किटेक्चर और MANIT भोपाल द्वारा बारीकी से परीक्षण कराया जाएगा।विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सीएम राजे स्कूल तीन मंजिला भवन होना चाहिए। ताकि भविष्य में बच्चों की संख्या बढ़ने पर इसका निर्माण किया जा सक। इसके अलावा स्कूल में बेवजह जगह ना छोड़ी जाए और हर तल पर खुली जगह होना आवश्यक है। इसके अलावा आदिवासी बहुल विकासखंडों में सीएम राइज स्कूल में आदिवासी कला की छाप दिखाई देगी।
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बता दें कि इससे पहले सीएम राइज स्कूलों के लिए शिक्षक चयन प्रक्रिया को समय पर पूरा करने के सख्त निर्देश स्कूल शिक्षा विभाग को जारी कर दिए गए हैं। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ओर से ये निर्देश आए हैं। जिन्होंने प्रशिक्षण और चयन को समय पर पूरा करने के महत्व पर बल देते हुए कहा कि सीएम राइज स्कूल एक महत्वाकांक्षी योजना है।
इसके क्रियान्वयन के लिए योग्य शिक्षकों का चयन किया जा रहा है। निर्देशानुसार शिक्षा की गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए शिक्षकों को भी पूरी गंभीरता के साथ प्रशिक्षण दिया जाए। पहले चरण में प्रदेश में अप्रैल 2022 से शुरू हो रहे शैक्षणिक सत्र में कक्षा एक से बारहवीं तक के 350 सीएम राइज स्कूल शुरू किए जाएंगे। इनमें इंदौर के सात स्कूलों को भी सीएम राइज स्कूलों में तब्दील किया जाएगा।
इसके लिए आवश्यक बजटीय व्यवस्था भी की गई है। बजट और गतिविधियों की भी समीक्षा की गई, जिसमें निर्देश दिए गए। सीएम राइज स्कूल योजना के तहत की गई सभी गतिविधियों का लेखा और सत्यापन किया गया। लैब, कंप्यूटर और लाइब्रेरी वाले स्कूलों में अप्रैल 2022 से सीएम राइज स्कूल शुरू किए जाएंगे। आगामी शिक्षण सत्र में शिक्षकों को सीएम राइज स्कूलों में शिक्षण और अध्यापन कैसे शुरू किया जाए, इस पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। लक्ष्य निर्धारित किया गया है कि सभी स्कूलों को दो साल में शुरू किया जाए।
उत्कृष्ट शिक्षा के लिए पुरस्कृत शिक्षकों का चयन साक्षात्कार के माध्यम से किया जाएगा। योजना के तहत प्रदेश में 9,200 सुसज्जित सीएम राइज स्कूल शुरू किए जाएंगे। इन स्कूलों में प्रवेश स्कूल के 25-30 किमी के दायरे में दिया जाएगा। इन स्कूलों में किंडरगार्टन से लेकर बारहवीं कक्षा तक के बच्चे एक ही स्कूल परिसर में पढ़ेंगे।
सीएम राइज स्कूलों के प्रधानाचार्यों के कौशल को स्कूल विकास नेतृत्व के संदर्भ में विकसित किया जाएगा; अनुकरणीय शिक्षण सीखने की प्रक्रियाओं का नेतृत्व; शिक्षकों का विकास और सशक्तिकरण; सामुदायिक विकास; प्रशासनिक प्रक्रियाओं का प्रबंधन; और संसाधन प्रबंधन विकसित किये जायेंगे।
प्रधानाध्यापकों का प्रशिक्षण नवंबर से शुरू होगा और उसके बाद भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) इंदौर में राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण और प्रशिक्षण होगा। इतना ही नहीं, चयनित स्कूल प्रधानाचार्यों को उनके प्रशिक्षण के दौरान अन्य राज्यों के स्कूलों के दौरे पर भी ले जाया जाएगा।