भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP Weather Update) में सितंबर में भी बारिश का दौर जारी रहने वाला है। वर्तमान में कोई सिस्टम एक्टिव नहीं है, लेकिन अरब सागर से आ रही नमी के चलते बारिश हो रही है। मौसम विभाग (MP Meteorological Department) ने अगले 24 घंटे में सभी संभागों में कही कहीं बारिश (Rain) होने की संभावना जताई है। वही 4 संभागों समेत 9 जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने और चमकने के चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है। वही 4 दिन बाद 6 सितंबर से भारी बारिश (Heavy Rain) होने के आसार है।
मौसम विभाग (MP Weather Department) के अनुसार, 6 सितंबर से फिर भारी बारिश का दौर शुरु होने की संभावना है। इसके लिए 5 सितंबर को बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है, जिसके प्रभाव से 6 सितंबर से भोपाल समेत प्रदेश भर में अच्छी बारिश होगी। वही 7 और 8 सितंबर को प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश होगी और इससे प्यासे कई जिलों को राहत भी मिलेगी, हालांकि सूखे की चपेट में आ चुके जबलपुर में अभी बारिश होने की उम्मीद कम ही है।पिछले 24 घंटे में भोपाल, इंदौर और रतलाम समेत कई जिलों में बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग (MP Weather Forecast) के मुताबिक, आज गुरुवार को सभी रीवा, ग्वालियर, चंबल, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, होशंगाबाद, सागर, जबलपुर और शहडोल संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है।वही भोपाल, होशंगबाद, ग्वालियर, चंबल के साथ बड़वानी, अलीराजपुर, धार, झाबुआ, अनूपपुर, इंदौर, छिंदवाड़ा, सिवनी, सागर, आदि जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने और चमकने की संभावना है।गुरुवार-शुक्रवार को इंदौर, उज्जैन, भोपाल, होशंगाबाद, सागर, जबलपुर, ग्वालियर एवं चंबल संभागों के जिलों में बारिश होने की संभावना है।
भारतीय मौसम विभाग (Weather Alert) के मुताबिक, देशभर में सितंबर में सामान्य से अधिक बारिश होगी, जबकि अगस्त में सामान्य से 24 फीसदी कम वर्षा दर्ज हुई। सितंबर महीने में देश के अधिकांश हिस्से में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होगी। अगले एक दो दिनों तक दिल्ली में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।वही बिजली की तेज गड़गड़ाहट के साथ दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, और राजस्थान के तमाम इलाकों में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है।
क्या कहता है मौसम विभाग
मॉनसून ट्रफ (Monsoon Trough) पोरबंदर, सूरत, जलगांव, रामगुंडम और मछलीपट्टनम होते हुए पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी विस्तृत है, जबकि दक्षिणी गुजरात के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम की ओर झुका हुआ है। दक्षिणी गुजरात से तटीय आंध्र प्रदेश तक ट्रफ लाइन गुजर रही है। वहीं दक्षिणी गुजरात से पश्चिमोत्तर उत्तर प्रदेश तक भी पूर्वी हवाओं के बीच अन्य ट्रफ लाइन गुजर रही है। साथ ही पश्चिमी विक्षोभ (fresh WD) निम्न-मध्य क्षोभमंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप 70 डिग्री पूर्व देशांतर के सहारे 28 डिग्री उत्तर अक्षांश के उत्तर में अवस्थित है।
पिछले 24 घंटे का रिकॉर्ड
बीते 24 घंटों के दौरान इंदौर में 4.5 इंच, खंडवा 2 इंच, रतलाम, धार, खरगोन, गुना, उज्जैन, होशंगाबाद, भोपाल, पचमढ़ी, श्योपुरकलां, ग्वालियर, बैतूल, राजगढ़, उमरिया और मलाजखंड के बारिश दर्ज की गई है।
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(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)