MP Weather Forecast :कम दबाव के क्षेत्र के चलते मध्य प्रदेश में 3-4 दिन मौसम का मिजाज यूही बना रह सकता है। हालांकि 10 अक्टूबर को राजस्थान में एक प्रति चक्रवात के बनने से दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई हो सकती है। आज रविवार को रीवा, शहडोल, जबलपुर, भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में बादल छाने के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई गई है।शनिवार को भोपाल में तेज और इंदौर, खजुराहो, रीवा, सागर, सतना, सीधी, उमरिया, देवास, शाजापुर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश हुई। अबतक 12 जिलों से मानसून विदा हो चुका है और 10 अक्टूबर तक पूरे प्रदेश से वापसी संभव है।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
- रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली जिलों में तेज बारिश
- जबलपुर, सतना, पन्ना, मैहर, दमोह, कटनी, उमरिया, शहडोल, अनुपपुर, डिंडोरी, मंडला और नरसिंहपुर जिलों में हल्की से मध्यम बारिश ।
- भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, सिवनी, बालाघाट, पांढुर्णा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, झाबुआ, इंदौर, देवास, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सागर, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, शहडोल, उमरिया, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, पन्ना, दमोह, मंडला, डिंडोरी, मैहर, छिंदवाड़ा, अनूपपुर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और मैहर
वर्तमान में सक्रिय में है ये मौसम प्रणालियां
- एक सुस्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र, पश्चिमी झारखंड और दक्षिण बिहार, दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास के क्षेत्रों पर अवस्थित है। इससे जुड़ा चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर सक्रिय है। इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बिहार की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान धीरे-धीरे कम दबाव क्षेत्र में बदलने की संभावना है।
- एक भीषण चक्रवातीय तूफ़ान “शक्ति” उत्तर-पश्चिम और संलग्न पूर्वोत्तर अरब सागर के ऊपर 22° उत्तरी अक्षांश और 64.5° पूर्वी देशांतर के पास, द्वारका से लगभग 470 किलोमीटर पश्चिम, नलिया से 470 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम, कराची (पाकिस्तान) से 420 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम और मसिराह (ओमान) से 600 किलोमीटर पूर्व-उत्तर-पूर्व में केंद्रित रहा। इसके पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ने और 5 अक्टूबर तक उत्तर-पश्चिम और संलग्न पश्चिम-मध्य अरब सागर तक पहुँचने की संभावना है। यह 6 अक्टूबर की सुबह से पूर्व-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ेगा और धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा।
- एक ट्रफ माध्य समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी की ऊंचाई के मध्य पूर्वोत्तर बिहार से पश्चिम झारखंड, दक्षिण बिहार, दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के आसपास के क्षेत्रों में बने सुस्पष्ट निम्न दाब क्षेत्र क्षेत्र से से जुड़े जुड़े चक्रवातीय परिसंचरण के केंद्र से होकर पूर्वी विदर्भ तक विस्तृत है। एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक ट्रफ़ के रूप में माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर, 29° उत्तर अक्षांश के उत्तर में एवं 73° पूर्व देशांतर में अवस्थित है। 5 अक्टूबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर-पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना
है।
मध्य प्रदेश : अबतक 12 जिलों से मानसून विदा
अबतक मध्य प्रदेश के 12 जिलों से मानसून विदा हो चुका है। इसमें उज्जैन, राजगढ़,अशोकनगर ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम और उज्जैन शामिल हैं।हलांकि अन्य जिलों से फिलहाल मानसून की विदाई नहीं होगी। नया वेदर सिस्टम बनने से मानसून की वापसी के लिए परिस्थिति अनुकूल नहीं है। लेकिन 10-12 अक्टूबर से पूरे प्रदेश से मानसून की विदा संभव है। इस वर्ष मानसून ने प्रदेश में 16 जून को दस्तक दी थी।
Madhya Pradesh: 1 जून से 4 अक्टूबर तक कहां कितनी हुई वर्षा
- मध्य प्रदेश में दीर्घावधि औसत से 21% अधिक वर्षा हुई है। पूर्वी मध्य प्रदेश में औसत से 17% और पश्चिमी मध्य प्रदेश 25% अधिक वर्षा हुई है। एमपी में अब तक 47 इंच बारिश हो चुकी है वैसे 37.3 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 7.8 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37.2 इंच है। अब तक 122 प्रतिशत बारिश हो चुकी है पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी।
- गुना में सबसे ज्यादा 65.5 इंच बारिश हुई। मंडला-रायसेन में 62 इंच और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। हालांकि शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार में सबसे कम बारिश हुई।सबसे कम बारिश खरगोन में 27.3 इंच , शाजापुर में 28.7 इंच, खंडवा में 29.1 इंच, बड़वानी में 30.9 इंच और धार में 32.8 इंच हुई है।
- ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया में बारिश का कोटा फुल हो चुका है।
MP Weather Forecast Till 8 October






