उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर, 1000 से अधिक पदों पर होगी भर्ती, 6 महीने में पूरी होगी प्रक्रिया, यह रहेगी पात्रता

Kashish Trivedi
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में भर्ती की प्रक्रिया (MPPEB Recruitment) शुरू हो गई है। बीते दिनों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश के 1 लाख पदों पर भर्ती की घोषणा की गई थी। इसके लिए प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई थी। वहीं मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमिशन सहित मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (Madhya Pradesh Professional Examination Board) और अन्य विभागों द्वारा भर्ती प्रक्रिया के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इसी बीच बिजली कंपनी भी कर्मचारियों की कमी को पूरा करने के लिए जल्द ही कई पदों पर भर्ती करेगी। प्रमुख ऊर्जा सचिव संजय दुबे ने शुक्रवार को बिजली मुख्यालय में पत्रकार वार्ता में कहा कि बिजली उपलब्धता और भक्तों की शिकायत का समय पर निराकरण हो। इसके लिए प्रदेश में 1000 पदों पर इंजीनियर्स की भर्ती की जाएगी।

इसके अलावा लाइन स्टाफ के लिए रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया का आयोजन किया जाएगा। प्रमुख ऊर्जा सचिव ने कहा कि हमें तैयारी पूरी कर ली गई है। इस बार बंपर बैंकिंग की गई है, जिसे अक्टूबर में वापस लिया जाएगा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश के अंदर बिजली की कोई समस्या ना हो। इसके ऊपर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बिजली कंपनियों में अमले की कमी को जल्द दूर कर लिया जाएगा। प्रमुख सचिव ने कहा है कि सहायक अभियंता के पद के लिए MTech की मेरिट को आधार बनाया जाएगा।

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इसके अलावा अन्य भर्ती प्रक्रिया में कनिष्ठ अभियंता के पद पर नियुक्ति के लिए सरकारी एजेंसी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। MPPEB के जरिए इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा लाइन स्टाफ के भी रिक्त पदों भर्ती का आयोजन किया जाएगा। प्रमुख सचिव ने बड़े ऐलान करते हुए कहा कि सहायक अभियंता के लिए 3 महीने और कनिष्ठ अभियंता के लिए 6 महीने में भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।

बिजली कंपनी की उपयोगिता और उनकी कार्यशैली का आकलन करते हुए संजय दुबे ने कहा कि लाइन लॉस मध्य प्रदेश में 41 फीसद हुआ करता था। जिसे 1 साल में 20 फीसद किया गया है। बेहद कम समय में मध्यप्रदेश ने यह उपलब्धि हासिल की है। वहीं विदेशी कोयला खरीदने से भी मध्य प्रदेश सरकार को राहत मिली है।

ऊर्जा सचिव ने कहा कि विदेशी कोयला खरीदने मध्यप्रदेश में बिजली 40 पैसे प्रति यूनिट महंगी हो सकती थी। जिसका भार जनता पर आता है। ऐसे में इससे मध्य प्रदेश की जनता को राहत मिली है।वहीं उन्होंने कहा कि रबी सीजन में प्रदेश के अंदर बिजली की समस्या नहीं होगी। इसकी भी तैयारी पूरी की गई है।


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