नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र सरकार द्वारा बैकलॉग वैकेंसी (Backlog Recruitment Vacancies) को लेकर बड़ी घोषणा की गई है। जिसके मुताबिक भारतीय रेलवे (Indian Railway) में एंट्री लेवल (Entry Level) पर एक लाख से अधिक पोस्ट खाली है। रेल मंत्री ने इसकी जानकारी दी है। इसके अलावा अनुसूचित जनजाति (ST) और अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए 21 दिसंबर 2020 तक के आंकड़ों के मुताबिक 34000 पद बैकलॉग के लिए खाली हैं।
जानकारी देते हुए कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा के कुल 14459 पद खाली थे। इसके अलावा विभिन्न सरकारी विभागों में ओबीसी के लिए 20, 702 पद रिक्त हैं। जानकारी देते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार के कुल कर्मचारियों की संख्या में 90 फीसद से अधिक का योगदान करने वाले 10 मंत्रालय में अनुसूचित जाति जनजाति अन्य पिछड़ा वर्ग के व्याख्या को भरने के लिए प्रयास किया जा रहा है। 31 दिसंबर 2020 तक के आंकड़ों के मुताबिक ST के सबसे ज्यादा 4405 रेलवे में खाली है जबकि ओबीसी के लिए गृह मंत्रालय में सबसे ज्यादा 5479 पद खाली हैं।
वही सबसे कम एसटी के आवास और शहरी कार्य में 43 पद जबकि ओबीसी श्रेणी के सबसे कम आवास शहरी कार्य मंत्रालय में 181 पद रिक्त हैं। वहीं दूसरी तरफ रेलवे ने अनुसूचित जाति जनजाति के रिक्त पदों को विशेष भर्ती अभियान से भरने की बात को खारिज कर दिया। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने जवाब देते हुए बताया कि रेल नियमित अंतराल पर कर्मचारियों की भर्ती कर रहा है और विशेष अभियान की आवश्यकता नहीं है। इससे पहले एससी एसटी और ओबीसी के रिक्त पदों और बैकलॉग को दूर करने के लिए 2008 में विशेष भर्ती अभियान चलाया गया था। वहीं 2010 में रेलवे भर्ती सेल और रेलवे भर्ती बोर्ड के माध्यम से भर्ती आयोजित की जा रही है ऐसे में एससी एसटी और ओबीसी की कमी है।
बैकलॉग के पदों को बाद में ऑनलाइन माध्यम से पूरा किया जाता है और इस प्रक्रिया में लगातार तेजी लाई जा रही है। इसलिए स्पेशल भर्ती प्रक्रिया संचालित करने की आवश्यकता नहीं है। इतनी जानकारी देते हुए मंत्री अश्वनी वैष्णव ने बताया कि अभी फिलहाल रेलवे में 20,944 एससी और 10,930 एसटी के पद सहित कुल 1,40,731 लेवल वन से लेकर लेवल 7 तक के लिए भर्ती हो रही है। जिस पर जल्द प्रक्रिया पूरी की जाएगी।