भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पेट्रोल डीजल की कीमतों (petrol-diesal price) में एक्साइज ड्यूटी (excise duty) की कमी के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वैट (VAT) में कमी की घोषणा की। इसके चलते मध्य प्रदेश अब पड़ोस के तीन राज्यों की तुलना में कम डीजल कीमत वाला राज्य बन गया है लेकिन अभी भी तो राज्य MP से कम कीमत वाले हैं।
छोटी दीपावली पर पेट्रोल डीजल की कीमतों में एक्साइज ड्यूटी कम कर मोदी सरकार ने आम जनता को तोहफा दिया। बड़ी दिवाली मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मनवा दी। वैट में कमी की शिवराज ने घोषणा की और इसके चलते मध्यप्रदेश में डीजल के दाम जो 107 रू के करीब थे 17 रू कम होकर लगभग 90 रू हो गए।
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अब बात की जाए तो मध्य प्रदेश के पांच पड़ोसी राज्य है। इन राज्यों में छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान शामिल है। एक्साइज ड्यूटी और वैट कम होने से पहले डीजल की कीमत इन पांच में से चार राज्यों में एमपी से कम थी केवल राजस्थान इसका अपवाद था। केंद्र और राज्य सरकार की घोषणा के बाद मध्यप्रदेश में डीजल की कीमत लगभग 91 रू है जो छत्तीसगढ़ लगभग 94 रू उत्तर प्रदेश लगभग 87 रू गुजरात लगभग 90 रू महाराष्ट्र लगभग 94 रू और राजस्थान लगभग 96 रू है।
कर्नाटक, पुडुचेरी, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा, असम, सिक्किम, बिहार, मध्य प्रदेश, गोवा, गुजरात, दादरा और नगर हवेली, दमन और दीव, चंडीगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और लद्दाख में अतिरिक्त वैट लाभ देने वाले राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं। कर्नाटक ने वैट में कमी के कारण पेट्रोल की कीमत में 8.62 रुपये प्रति लीटर और डीजल की दरों में 9.40 रुपये की कटौती देखी, जबकि मध्य प्रदेश ने अपने नागरिकों को पेट्रोल पर 6.89 रुपये और डीजल पर 6.96 रुपये की अतिरिक्त राहत दी। उत्तर प्रदेश ने पेट्रोल पर 6.96 रुपये और डीजल पर 2.04 रुपये प्रति लीटर वैट कम किया।
जिन राज्यों ने अब तक VAT कम नहीं किया है, उनमें कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने राजस्थान, पंजाब, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड और तमिलनाडु है। इसके अलावा AAP शासित दिल्ली, TMC शासित पश्चिम बंगाल, वाम शासित केरल, BJD शासित ओडिशा, TRS नीत तेलंगाना और वाईएसआर कांग्रेस शासित आंध्र प्रदेश शामिल है।