Sex Racket: Whatsapp पर पसंद कराई जाती थी लड़कियां, 5 से 30 हजार में होती थी डील

Pooja Khodani
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SEX RACKET

लखनऊ, डेस्क रिपोर्ट। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में देह व्यापार (Sex Racket) का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन बड़े और हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट का खुलासा हो रहा है।यहां लखनऊ के चिनहट थानाक्षेत्र में पुलिस ने एक सेक्स रैकेट चलाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है और मौके से 7 युवक-युवतियों को गिरफ्तार किया है।यह गिरोह 5 हजार से 30 हजार में डील करता था और इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लेते थे।

Sex Racket: मकान में चल रहे सेक्स रैकेट का खुलासा, ऐसे करते थे ग्राहकों से संपर्क

दरअसल, लखनऊ पुलिस (Lucknow Police) को सूचना मिली थी कि चिनहट थानाक्षेत्र में ऋषि उघान कॉलोनी स्थित एक मकान में कई महिनों से संदिग्ध गतिविधियां चल रही है।इसी आधार पर पुलिस ने दबिश दी और इस सेक्स रैकेट के मास्टरमाइंड (Sex Racket Mastermind) गोंडा गुलाब गंज निवासी विवेक सिंह और रायबरेली गोरा रुपई निवासी आश मोहम्मद के साथ 5 को गिरफ्तार किया। मौके से पुलिस को कई आपत्तिजनक सामान भी मिले।

सेक्स रैकेट (Sex Racket Expose) का सरगना विवेक असम से लड़कियों को लाकर राजधानी लखनऊ में देह व्यापार करवा रहा था। यह गिरोह पहले ग्राहकों को व्हाट्सएप पर लड़कियों की फोटो भेजता था, फिर ग्राहक जिस लड़की को पसंद करते थे उसे ग्राहक के पास भेजा जाता था।इतना ही नहीं Whatsapp और Telegram पर कई ग्रुप हैं, जिनके जरिए ग्राहक युवतियों के सम्पर्क में आते थे।

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इसके अलावा एक बार जुड़ने के बाद युवतियां ग्राहकों को अपना पर्सनल नम्बर (Mobile Number) भी दे देती थी, ताकी सीधा संपर्क हो सके। कई बार युवतियां कॉल पर दूसरी जगह भी जाती थी। इसके लिए 5 हजार से लेकर 50 हजार तक रुपए ग्राहकों से लिए जाते थे।इस गिरोह में विवेक के कई और साथी भी शामिल हैं जिनकी पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है। आने वाले दिनों में बड़ा खुलासा होने की संभावना है।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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