भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश के किसान (MP Farmers) के लिए अच्छी खबर है। दरअसल अक्षय ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने और किसानों की सिंचाई के लिए उपलब्ध कराने सरकार द्वारा कुसुम योजना (Kusum Yojana) के तहत किसानों को 60% अनुदान (Grant) दिया जाएगा। वही किसान बिजली उत्पादन (power generation) कर उसे सरकार को भी बेच सकेंगे।
इसके लिए परफॉर्मेंस गारंटी (performance guarantee) को भी 5 लाख प्रति मेगावाट से घटाकर 1 लाख कर दिया गया है। मामले में मंत्री हरदीप सिंह डंग का कहना है कि मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना के तहत 1000 ऐसे किसानों को खेती पर सोलर पंप लगाने का कार्य शुरू किया गया है। जिससे विद्युत की उपलब्धता नहीं है। इसके अलावा प्रदेश में 50000 किसानों के खेत पर सोलर पंप लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इससे पेट्रोल डीजल का खर्चा बचने सहित 8 घंटे बिजली मिलने से किसानों के अन्य कार्य भी शुरू पूरे किए जा सकेंगे।
वहीं, राज्य सरकारों द्वारा किसानों को अधिक राहत देने के लिए सोलर पंप योजनाएं भी चलाई जा रही हैं। किसानों को उनकी कृषि भूमि के लिए सोलर पंप खरीदने पर अच्छी मात्रा में सब्सिडी मिलेगी। जिससे किसानों को हर साल होने वाली समस्याओं का आधा हिस्सा कम हो सकता है।
मध्य प्रदेश सोलर पंप योजना
मध्य प्रदेश राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना (मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना) जोरों से शुरू हो गई है। इसके तहत किसानों को विशेष अनुदान देकर सस्ती दरों पर सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। अगले तीन साल में 2 लाख सोलर पंप लगाने का लक्ष्य है। जिसमें से अब तक करीब 14 हजार 250 सोलर पंप लग चुके हैं। राज्य के कृषि अधिकारी का कहना है कि सोलर पंप प्लांट का उपयोग केवल सिंचाई के लिए किया जाएगा और इसे न तो किराए पर दिया जा सकता है और न ही बेचा जा सकता है।
सोलर पंप योजना: याद रखने योग्य मुख्य बिंदु
- इस योजना के तहत आवेदन करने वालों के पास खेती के लिए अपनी जमीन होनी चाहिए। साथ ही सिंचाई का स्थायी स्रोत होना भी आवश्यक है।
- सोलर पंप लगाने के लिए मध्यप्रदेश ऊर्जा विकास निगम लिमिटेड से सहमति लेनी होगी।
- राशि मिलने के करीब 120 दिनों के अंदर सोलर पंप लगाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। विशेष परिस्थितियों में समयावधि बढ़ाई जा सकती है।
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सोलर पंप योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
कुसुम योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर सोलर पंप पर सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा किसान https://Cmsolarpump.Mp.Gov.In/ वेब पोर्टल पर भी आवेदन कर सकते हैं।
- आपको ‘यहां आवेदन करने’ का विकल्प मिलेगा।
- ‘यहां आवेदन करें’ पर क्लिक करें और क्लिक करने के बाद आपको एक फॉर्म मिलेगा।
- किसान को अपनी सभी व्यक्तिगत जानकारी भरनी होगी।
- फॉर्म भरते ही इसे सबमिट कर दें।
- सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद, आपको एक संदेश मिलेगा जो बताएगा कि आपने योजना के तहत अपना पंजीकरण कराया है।
किसानों को खर्च करना होगा 10 प्रतिशत
सोलर पंप योजना के तहत किसानों को सस्ती दर पर सोलर पंप उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके तहत किसानों को सिर्फ 10 फीसदी खर्च करना होगा। जबकि 60 फीसदी राशि सरकार देगी. शेष 30 प्रतिशत बैंकों द्वारा दिया जाएगा।
क्या है पीएम कुसुम योजना?
इस योजना की घोषणा वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 2018-19 के आम बजट में की थी। इस योजना में केंद्र सरकार 1.48 लाख करोड़ रुपये खर्च कर रही है। सरकार का लक्ष्य वर्ष 2022 तक देश के तीन करोड़ किसानों को इस योजना का लाभ पहुंचाना है।
भारत एक कृषि प्रधान देश है जहां की आधी आबादी अभी भी अपनी आय के प्राथमिक स्रोत के रूप में कृषि पर निर्भर है। हालांकि, इस तथ्य के बावजूद, किसान की आधी आबादी अभी भी गरीबी, कठोर मौसम की चुनौतियों और पानी की कमी से जूझ रही है। इन्हीं समस्याओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने सोलर पंपों के माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों में कृषि भूमि से पानी की समस्या को खत्म करने के लिए पीएम कुसुम योजना (प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा और उत्थान महाभियान) शुरू की है।