ग्वालियर, अतुल सक्सेना। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (jyotiraditya scindia) अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर मध्य प्रदेश में हैं। वही ग्वालियर (gwalior) में पहले दिन के भव्य स्वागत के बाद आज दूसरे दिन ज्योतिरादित्य सिंधिया हवाई अड्डे के नव निर्माण के लिए जमीन देखने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले को जल्द बड़ी सौगात दी जाएगी। Scindia ने कहा यह उनके स्वर्गीय पिता का भी सपना था। जिसके बाद इसे पूरा करना सिंधिया का धर्म भी है। वही Scindia ने कहा कि जमीन पूजन से ज्यादा उन्हें इसके निर्माण में रुचि है। मैं शिलान्यास नहीं लोकार्पण में विश्वास रखता हूं।
सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर में विमानतल का सपना उनके पूज्य पिताजी द्वारा देखा गया था। वही वाजपेई सरकार (vajpayee government) में इस विमानतल का नामकरण स्व दादी मां के नाम पर किया गया था। इसलिए इसका आधुनिकरण और प्रस्तुतिकरण करना मेरे कार्यकाल में मेरा दायित्व नहीं लेकिन मेरा धर्म बनता है। सिंधिया ने कहा कि जो रूपरेखा बैठकर बनाई गई है। उसकी धरातल पर अपने समीक्षा की पूरी विस्तृत जानकारी press conference में दी जाएगी पर यह कहना काफी है कि Gwalior में एक आधुनिक बहुत बड़ा और व्यस्त अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने जा रहा है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अभी ग्वालियर में जो हवाई अड्डा है। उस पर कई विमानों के आवागमन की वजह से हवाई अड्डा छोटा पड़ गया है। जिसके बाद जल्द ही ग्वालियर जिले में जल्द एक बड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा बनेगा।बुधवार को तीन दिन के गृह-नगर प्रवास पर आए केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया गुरुवार सुबह महाराजपुरा स्थित उस भूमि का निरीक्षण करने पहुंचे जो विमानतल विस्तार के लिए आवंटित की गई है। इस अवसर पर सिंधिया ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को उनके सक्रिय सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।
Scindia ने बताया कि उनके पिताजी व दादी का स्वप्न था कि ग्वालियर को अंतरराष्ट्रीय स्तर की उड़ान सेवाएं मिलें। हम सबकी कोशिशों और मेरे मंत्री बनने का बाद से यहां से देश के आठ महानगरों के लिए उड़ान सेवाएं प्रारंभ हो गई हैं। सिंधिया ने कहा कि अब विमान सेवाएं बढ़ गईं हैं, लेकिन उनके एक साथ उड़ान भरने और उतरने के लिए विमानतल छोटा पड़ने लगा है। इसलिए जरूरी हो गया है कि इसका विस्तर किया जाए।
इसके लिए हम सबने सम्मिलित प्रयास किए और भारतीय विमान प्राधिकरण ने विस्तार परियोजना को स्वीकार कर लिया है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के प्रयासों से भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने ग्वालिय में बने अपने आलू अनुसंधान केंद्र की जमीन विमानतल विस्तार परियोजना के लिए आवंटित कर दी है। प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है, जल्द ही सपना पूरा होगा। परियोजना के पूर्ण होने की तिथि पर प्रश्न के उत्तर में सिंधिया ने चुटकी लेते हुए कहा–मैं शिलान्यास नहीं लोकार्पण में विश्वास करता हूं।
Scindia ने बताया कि यह विमानतल उनके पिताजी और दादी का सपना है, इसलिए मेरा भी सपना है। इस स्वप्न को पूरा करने के लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। सिंधिया ने कहा कि मैं मंत्री भी नहीं था, तभी से तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप पुरी (hardeep puri) से विमानतल विस्तार के लिए आग्रह करता रहा हूं। सिंधिया ने सांसद विवेक शेजवलकर को भी इस परियोजना के लिए जुटे रहने के लिए धन्यवाद दिया।