गुजरात के गिर सोमनाथ जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां तेंदुए के हमले में दो साल के बच्चे की जान चली गई। यह दर्दनाक हादसा ऊना तालुका के भाचा गांव में हुआ, जहां एक झोपड़ी में सो रहे मासूम राजवीर भूपतभाई सोलंकी को देर रात तेंदुआ उठा ले गया। घटना के बाद से पीड़ित परिवार गहरे सदमे में है, जबकि पूरे गांव में डर और मातम का माहौल है। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और तेंदुए की तलाश शुरू कर दी गई।
गिर सोमनाथ में तेंदुए का हमला
बताया जा रहा है कि रात करीब एक बजे तेंदुए ने खुली झोपड़ी में घुसकर सो रहे राजवीर पर हमला कर दिया और उसे उठाकर 500 मीटर दूर आम के बाग में ले गया। बच्चे की चीख-पुकार सुनते ही उसके पिता तुरंत तेंदुए के पीछे भागे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। तेंदुए ने मासूम को बेरहमी से मार डाला और शव को बाग में छोड़कर भाग गया। सुबह जब ग्रामीणों ने शव देखा, तो वह तुरंत उसे अस्पताल लेकर भागे, लेकिन डॉक्टरों ने जांच के बाद बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि तेंदुए ने बच्चे की गर्दन पर गहरे घाव किए थे, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों के अनुसार, इस गांव में लोग पिछले 35 वर्षों से झोपड़ियों में रह रहे हैं और पहले भी तेंदुए की आहट सुनी गई थी, लेकिन इस बार हमला सीधे एक मासूम पर हुआ, जिससे पूरे गांव में दहशत फैल गई है। बच्चे की मौत ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है।
घटना के बाद जशाधार रेंज की वन विभाग टीम ने कार्रवाई शुरू कर दी है। तेंदुए को पकड़ने के लिए गांव में दो जगह पिंजरे लगाए गए हैं। साथ ही, गश्त बढ़ा दी गई है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके। बच्चे के शव को ऊना के सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। फिलहाल गांव में शोक और डर का माहौल बना हुआ है।





