गुजरात के पाल इलाके में पुलिस ने एक चौंकाने वाला मामला उजागर किया है, जहां एक युवक और एक युवती ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर राहगीरों से पैसे वसूलने का अपराध किया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की पहचान फेनील निलेशभाई पटेल और फूलसुम बानू सोयब इटवाला के रूप में हुई है। पाल पुलिस के मुताबिक, ये दोनों रात के समय सड़कों पर गुजरने वाले लोगों को रोककर उनके लाइसेंस और वाहन के दस्तावेज मांगते थे।
क्राइम ब्रांच अधिकारी बनकर राहगीरों से वसूली
यदि किसी के पास दस्तावेज नहीं होते, तो ये खुद को पुलिसकर्मी बताकर थाने ले जाने की धमकी देकर पैसे वसूलते थे। बीती रात एक स्थानीय युवक अपनी बाइक पर गुजर रहा था, तब इन दोनों ने उसे रोका। दस्तावेज दिखाने के बावजूद उन्होंने युवक से संदिग्ध तरीके से पूछताछ की और उसे नजदीकी गली में ले जाने की कोशिश की। युवक को उनके व्यवहार पर शक हुआ और मौका मिलते ही वह वहां से भागकर सीधे पाल पुलिस स्टेशन पहुंच गया।
शिकायत मिलते ही पुलिस ने तुरंत दबिश देकर दोनों आरोपियों को पकड़ लिया। जांच में पता चला कि उनके पास न तो पुलिस की कोई यूनिफॉर्म थी और न ही पहचान पत्र। वे सिर्फ पुलिस का एक डंडा लेकर लोगों पर दबाव बनाते थे। प्रारंभिक पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि वे पहले ही दो और लोगों से पैसे वसूल चुके हैं।
पाल पुलिस थाने के इंस्पेक्टर शीतल शाह ने बताया कि, “ये दोनों बिना किसी अधिकृत पहचान के खुद को क्राइम ब्रांच का सदस्य बताते थे और लोगों से उगाही करते थे। फिलहाल एक शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।” पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि क्या इनके साथ और लोग भी इस ठगी में शामिल हैं।





