हिमाचल प्रदेश में चिट्टा (हेरोइन) तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं और अब इसमें सरकारी कर्मचारियों की संलिप्तता भी उजागर हो रही है। ताजा मामला सोलन जिले से सामने आया है, जहां पुलिस ने गश्त और गुप्त सूचना के आधार पर चिट्टा तस्करी के आरोप में एक पुलिस कांस्टेबल सहित दो युवकों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई कुनिहार क्षेत्र के सनोगी में नाकाबंदी के दौरान की गई। पुलिस को सूचना मिली थी कि दो युवक सुबाथू की ओर से मोटरसाइकिल पर चिट्टा लेकर आ रहे हैं। तलाशी के दौरान उनके पास से 4.60 ग्राम चिट्टा बरामद हुआ।
हिमाचल में चिट्टा तस्करी पर दो बड़ी कार्रवाई
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अंकुश कुमार (28) और नितीश (28) के रूप में हुई है। एसपी सोलन गौरव सिंह ने बताया कि अंकुश कुमार शिमला में एसडीआरएफ में पुलिस कांस्टेबल के पद पर तैनात है। पुलिस ने उनकी मोटरसाइकिल को जब्त कर लिया है और दोनों के आपराधिक रिकॉर्ड की जांच जारी है। इस मामले में कुनिहार थाने में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 21 और 29 के तहत केस दर्ज किया गया है।
वहीं, कुल्लू जिले में भी पुलिस ने चिट्टा तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। 12 अगस्त को थाना भुन्तर की टीम ने फोरलेन सड़क पर राबत ढाबा के पास नाकाबंदी के दौरान पंजाब नंबर की एक गाड़ी को रोका और तलाशी में 45 ग्राम चिट्टा बरामद किया। इस गाड़ी में सवार चार लोगों—करणजीत सिंह (27) निवासी मोहल्ला पत्ती साधू, चोला साहिब, तरणतारन (पंजाब), गुरभेज सिंह (37), अमरीक सिंह (55) और मनप्रीत सिंह (21)—को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस ने इस मामले में थाना भुन्तर में एनडीपीएस अधिनियम की धारा 21, 25 और 29 के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल, आरोपियों से पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे चिट्टा कहां से लेकर आए थे और इसे किसे सप्लाई करने वाले थे। इन दोनों मामलों ने एक बार फिर हिमाचल में नशे के बढ़ते जाल और इसमें शामिल नेटवर्क को उजागर कर दिया है, जिससे निपटने के लिए पुलिस को अब और सख्त कदम उठाने की जरूरत है।





